Health

बालों को घना बनने के लिए ये थेरेपी पॉपुलर,सिर्फ 10 ml खून दिलाएगा गंजेपन से छुटकारा ,डॉक्टर ने किया खुद पर एक्सपेरिमेंट…


हेयरफॉल एक ऐसी परेशानी है जिससे मर्द और औरत ज्यादातर लोग परेशान रहते हैं। कम उम्र में ही युवाओं के बाल झड़ने लगते हैं और कुछ ही सालों में उनके सिर पर बेहद कम बाल रह जाते हैं, जिसे समय रहते हेयर उपचार नहीं किया जाए तो गंजेपन की परेशानी भी हो सकती है। हेयर फॉल की वजह से ही हेयर लॉस की समस्या होने लगती है। जरूरत से ज्यादा कॉस्मेटिक प्रोडक्ट का इस्तेमाल, खराब डाइट का सेवन, बॉडी में जरूरी पोषक तत्वों की कमी और बढ़ता तनाव हेयर लॉस का कारण बन सकता है। वैसे तो हेयर लॉस के और भी कई कारण हो सकते हैं। हेयर लॉस का उपचार करने के लिए लोग तरह-तरह के नुस्खे अपनाते हैं, तरह-तरह के मेडिकल ट्रीटमेंट कराते हैं फिर भी उनकी समस्या का समाधान नहीं होता।

वर्तमान में गंजापन गंजेपन से छुटकारा पाने के लिए आमतौर पर लोग हेयर ट्रांसप्लांट करवाते हैं, लेकिन अब एक नई तकनीक उभरकर सामने आ रही है. डॉक्टर ने अपने पर ट्रायल करके फिर इस तकनीक से मरीजों का इलाज किया है। इस तकनीक की मदद से उन मरीजों और डॉक्टर को फायदा मिला है जो गंजेपन से जूझ रहे थे।

क्या हैं इलाज पक्रिया

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक बालों को दोबारा उगाने की इस तकनीक को प्लेटलेट- रिच-प्लाज्मा थेरेपी कहा जाता है. यह थेरेपी हमारे शरीर की रिजेनरेटिव पावर पर आधारित है. इस तकनीक में गंजेपन से जूझ रहे व्यक्ति का लगभग 8 से 10 मिलीलीटर खून लिया जाता है. इसे एक सेंट्रीफ्यूज मशीन में तब तक रखा जाता है, जब तक कि इसससे प्लाज्मा अलग होकर मशीन के सबसे ऊपरी हिस्से में जमा न हो जाय और लाल रक्त कोशिकाएं नीचे जमा न हो जाए.

कितना असरदार हैं यह थेरेपी 

एक्सपर्ट के मुताबिक यह प्रक्रिया तेजी से काम करती है और इससे दर्द भी नहीं होता। इसे करने से पहले सिर पर सुन्न करने वाली क्रीम लगाई जाती है उसके एक घंटे बाद ये तकनीक अपनाई जाती है। इसे करने में केवल 30 से 40 मिनट लगते हैं। टीके लगाने के बाद स्कैल्प को कीटाणुरहित किया जाता है और 24 घंटे बाद हेयर वॉश कर सकते हैं। यह अपेक्षाकृत दर्द रहित है क्योंकि हम सूक्ष्म सुइयों का उपयोग करते हैं और ये सिर्फ स्कैल्प पर चुभन करती हैं। उनकी चुभन इंसुलिन सुइयों की तरह ही होती है।

 

प्लेटलेट-रिच प्लाज्मा थेरेपी क्या है?

प्लेटलेट-रिच प्लाज्मा थेरेपी अपने ही शरीर की शक्ति से बालों को दोबारा से ग्रो करने की तकनीक है। डॉक्टर रश्मि ने बताया कि इस तकनीक में मरीज से 8-10 ml ब्लड लिया जाता है। इसके बाद इसे सेंट्रीफ्यूज मशीन में ब्लड में तब तक रखा जाता है जब तक कि प्लाज्मा अलग नहीं हो जाए। इसके बाद ये रेड ब्लड सेल्स से अलग होकर ऊपर उठ जाते हैं जिसके बाद इस लेयर को निकाल लेते हैं जो प्लेटलेट्स के साथ केंद्रित होती है।

 

 

 

 

 


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