झारखंड सरकार की उत्पाद सिपाही बहाली प्रक्रिया में शिथिलता और दुर्घटनाओं के कारण मुआवजे की मांग – कुमारी प्रभा वर्मा


रांची: झारखंड सरकार द्वारा हाल ही में उत्पाद विभाग में सिपाही बहाली की प्रक्रिया शुरू की गई है, जिसने राज्य के युवाओं में उत्साह तो जगाया, लेकिन इसके साथ ही कई अप्रिय घटनाओं ने भी लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। बहाली प्रक्रिया के दौरान हुई कुछ दुर्घटनाओं के कारण कई अभ्यर्थियों की आकस्मिक मृत्यु हो चुकी है, जिससे इस प्रक्रिया पर सवाल उठने लगे हैं।

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इस संदर्भ में, जिला परिषद, जमुआ की सदस्य कुमारी प्रभा वर्मा ने मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने बहाली प्रक्रिया में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया है। कुमारी वर्मा ने अपने पत्र में कहा कि राज्य के युवा इस बहाली प्रक्रिया के दौरान विभिन्न कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं, जिनमें से सबसे गंभीर समस्या दौड़ के मानदंडों में लचीलापन न होना है। उन्होंने राज्य सरकार से नियमावली में संशोधन करने और इसे अभ्यर्थियों की स्थिति और परिस्थितियों के अनुसार और अधिक व्यावहारिक बनाने की मांग की है।

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कुमारी वर्मा ने अपने पत्र में दुर्घटनाओं में मारे गए अभ्यर्थियों के परिजनों को मुआवजा देने की भी अपील की है। उन्होंने कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं परिवारों के लिए बेहद दर्दनाक हैं, और ऐसे में राज्य सरकार को आगे आकर पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करनी चाहिए। उनका मानना है कि इस प्रकार के कदम न केवल पीड़ित परिवारों के प्रति सरकार की संवेदनशीलता को दर्शाएंगे, बल्कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने में भी सहायक सिद्ध होंगे।

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 वहीं जिला परिषद सदस्य ने झारखंड सरकार के प्रति उम्मीद जताई हैं की, वह इन मांगों पर गंभीरता से विचार करेगी और आवश्यक कदम उठाएगी ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को टाला जा सके और राज्य के युवाओं का विश्वास सरकार पर बना रहे।


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