गिरिडीह। आजाद नगर में शुक्रवार को गिरिडीह विधानसभा का एक दिवसीय जीबी बैठक सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। बैठक में सैकड़ों माले कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। बैठक का मुख्य उद्देश्य संगठन विस्तार और आगामी राजनीतिक रणनीति पर विचार-विमर्श करना था। इस दौरान ‘भाजपा हटाओ, लुट मिटाओ, बिरसा के सपनों का झारखंड बचाओ’ के नारे के साथ बैठक की शुरुआत की गई।
बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में माले के गिरिडीह जिला सचिव जनार्दन प्रसाद ने भाग लिया। अपने संबोधन में उन्होंने संगठन की मजबूती पर जोर दिया और बताया कि गिरिडीह विधानसभा में माले का काम बेहतर तरीके से हो रहा है। उन्होंने भाजपा पर सीधा प्रहार करते हुए कहा कि भाजपा ने अपने वादों में से कोई भी वादा पूरा नहीं किया। चाहे वह दो करोड़ नौकरियों का वादा हो, काले धन की वापसी का, या प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा का – सभी वादे झूठे साबित हुए हैं।
जनार्दन जी ने अडानी समूह का उदाहरण देते हुए कहा कि अडानी ने कोई विशेष मेहनत नहीं की, बल्कि मोदी सरकार के समर्थन से ही वह दुनिया के सबसे बड़े उद्योगपतियों में से एक बन गया। उन्होंने गठबंधन की राजनीति पर भी बात की और बताया कि आने वाले समय में माले और मासस का विलय होगा, विशेष रूप से उत्तरी छोटानागपुर में भाजपा को चुनौती देने के लिए।
माले नेता राजेश सिन्हा ने भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि केंद्र सरकार इंडी गठबंधन से घबराई हुई है और नए-नए हथकंडे अपना रही है। उन्होंने कहा कि गिरिडीह की राजनीति को बदलने के लिए युवाओं को एकत्रित होना होगा, क्योंकि भाजपा ने सबसे ज्यादा धोखा युवाओं को ही दिया है।
बैठक में गांडेय विधानसभा के मेहताब अली मिर्जा, राजू पासवान, गिरिडीह विधानसभा के उज्जवल साव, सनातन साहू, और अन्य कई प्रमुख नेताओं के साथ सैकड़ों युवा कार्यकर्ता भी उपस्थित थे। बैठक का समापन संगठन के विस्तार और भाजपा के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने के संकल्प के साथ किया गया।
9 सितंबर को माले में मासस के विलय की घोषणा भी बैठक में की गई, जिसके बाद सैकड़ों कार्यकर्ता गिरिडीह विधानसभा से इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए धनबाद जाएंगे।
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