Giridih

बनखंजो: 16 घंटे बाद मिला उसरी नदी में डूबे सद्दाम अंसारी का शव, मुआवजे और घाट निर्माण की उठी मांग


गिरिडीह जिले के बनखंजो गाँव में उसरी नदी में डूबे सद्दाम अंसारी का शव 16 घंटे बाद बुधवार सुबह बरामद हुआ। यह घटना मंगलवार को उस समय हुई जब सद्दाम नदी में नहाने गए थे और अचानक पैर फिसलने के कारण वह नदी में डूब गए। ग्रामीणों ने घटना स्थल पर जिला प्रशासन की लापरवाही को लेकर नाराजगी जताई और उचित मुआवजे की मांग की।

बालू खनन के कारण हादसा

स्थानीय सूत्रों के अनुसार, उसरी नदी में अवैध बालू खनन के कारण लगभग 15 फीट गहरे गड्ढे बन गए हैं, जिसमें फंसकर सद्दाम की मौत हो गई। हादसे के बाद ग्रामीणों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया, क्योंकि राहत कार्य शुरू होने में काफी देर हो गई थी।

प्रशासनिक लापरवाही पर सवाल

घटनास्थल पर मौजूद माले नेता राजेश सिन्हा, जेएमएम युवा नेता सन्नी रैन, और पूर्व वार्ड पार्षद नूर आलम सहित सैकड़ों लोग सद्दाम के परिवार के समर्थन में उपस्थित थे। राजेश सिन्हा ने कहा, “जिला प्रशासन को हर समय एक गोताखोर टीम तैयार रखनी चाहिए ताकि ऐसे हादसों में तुरंत राहत मिल सके। अक्सर प्रशासन की देरी से लोगों की जान बचाने की संभावना समाप्त हो जाती है।”

उन्होंने प्रशासन की ओर से किसी ठोस कदम न उठाए जाने पर भी सवाल उठाए और मुआवजे की मांग की।

सद्दाम के परिवार की स्थिति

सद्दाम अंसारी अपने पिता रियाज अंसारी का एकमात्र सहारा थे। हाल ही में उनकी शादी हुई थी और उनकी दो साल की बेटी है। उनकी पत्नी जुलेखा प्रवीण गर्भवती हैं। इस दुखद घटना से परिवार पर भारी संकट आ गया है।

जेएमएम के युवा नेता सन्नी रैन ने भी मुआवजे और स्थायी रूप से गोताखोर टीम की मांग की। उन्होंने कहा, “सरकार को नदी में नहाने के सुरक्षित स्थानों के निर्माण पर ध्यान देना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों।”

राधा स्वामी संस्थान का समर्थन

राधा स्वामी संस्थान के मुकेश सिन्हा ने सद्दाम की बेटी की पढ़ाई और उसकी शादी तक का खर्च उठाने की घोषणा की। साथ ही, उन्होंने सद्दाम की पत्नी को रोजगार प्रदान करने की भी बात कही।

ग्रामीणों की मेहनत रंग लाई

स्थानीय गोताखोरों और युवाओं ने कड़ी मेहनत कर 16 घंटे बाद सद्दाम के शव को बरामद किया। अन्नू अंसारी, सिराज अंसारी, मकसूद अंसारी, और अन्य ग्रामीणों ने इस कठिन कार्य में प्रमुख भूमिका निभाई। शव को पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह सदर अस्पताल भेजा गया है।

इस हादसे के बाद ग्रामीणों ने मांग की है कि नदी में नहाने के लिए सुरक्षित घाट का निर्माण किया जाए और भविष्य में इस तरह के हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।

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