रांची: झारखंड में उत्पाद सिपाही की नियुक्ति प्रक्रिया के दौरान दौड़ के क्रम में प्रतिभागियों की असामयिक मृत्यु ने राज्य में शोक और चिंता की लहर पैदा कर दी है। इस घटना पर मुख्यमंत्री ने गहरा दुःख और संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने इस तरह की भविष्य की सभी बहालियों के लिए मौजूदा नियमावली की तत्काल समीक्षा करने का निर्देश दिया है। साथ ही, उन्होंने पीड़ित और शोकाकुल परिवारों को तत्काल राहत प्रदान करने के लिए एक प्रस्ताव तैयार करने का भी आदेश दिया है।
मुख्यमंत्री ने एहतियातन अगले तीन दिनों के लिए भर्ती प्रक्रिया को स्थगित करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि अब से किसी भी सूरत में प्रातः 9 बजे के बाद दौड़ का आयोजन नहीं किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, जिन अभ्यर्थियों को दौड़ के पूर्व स्वास्थ्य परीक्षण की आवश्यकता महसूस होगी, उनके लिए पर्याप्त चिकित्सा व्यवस्था की जाएगी। सभी प्रतियोगिता स्थलों पर प्रतिभागियों के लिए नाश्ते और फल की व्यवस्था भी की जाएगी ताकि कोई भी प्रतिभागी भूखे पेट दौड़ में हिस्सा न ले।
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मुख्यमंत्री ने इस घटना के पीछे के कारणों की गंभीरता से जांच करने की आवश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने इस बात पर चिंता जताई कि हमारे गांवों और समाज के अपेक्षाकृत स्वस्थ और चुस्त लोग, जो सामान्य शारीरिक परीक्षाओं में भाग लेते हैं, क्यों हताहत हो रहे हैं। उन्होंने यह भी प्रश्न उठाया कि पिछले 3-4 वर्षों में झारखंड सहित पूरे देश में सामान्य जन के स्वास्थ्य में ऐसा क्या बदलाव आया है, जिसके कारण ऐसी घटनाएं हो रही हैं।
इस संदर्भ में, भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों की एक समिति का गठन कर उनसे परामर्श रिपोर्ट प्रस्तुत करने का भी निर्देश दिया है।
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