गिरिडीह के तमाम अस्पतालों में अनियमितताओं को लेकर भाकपा माले ने जिला प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। माले नेता राजेश सिन्हा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा को ज्ञापन सौंपा। इसमें विशेष रूप से चैताडीह सदर अस्पताल के कार्यों पर सवाल उठाए गए हैं, जहां कथित रूप से फर्जी गतिविधियों और महिला मरीजों के उत्पीड़न की घटनाओं का हवाला दिया गया है।
ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि चैताडीह सदर अस्पताल में एक संगठित गिरोह सक्रिय है, जो महिलाओं को डराकर निजी अस्पतालों में ले जाता है। इसमें दूर-दराज से आने वाले मरीजों को धमकाकर या गुमराह कर दूसरी जगहों पर रेफर कर देने की शिकायतें हैं। सिन्हा ने बताया कि कई मामलों में इलाज के दौरान मौतें भी हुई हैं, और परिजनों को मुआवजा देकर मामले को शांत करने का प्रयास किया जाता है।
माले ने जिले के अन्य अस्पतालों में भी कई खामियों की ओर इशारा किया है, जैसे कि पंजीकरण से अधिक बेड, डॉक्टरों और महिला कर्मियों की कमी, सफाई का अभाव, और अप्रशिक्षित कर्मियों द्वारा ऑपरेशन किया जाना। रात के समय सदर अस्पताल से महिला मरीजों को निजी अस्पतालों में रेफर करने वाले गिरोह के सक्रिय होने का भी आरोप लगाया गया है।
राजेश सिन्हा ने बताया कि जिले के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को इस बाबत कई बार सूचित किया गया है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। माले नेताओं ने उपायुक्त से सभी अस्पतालों की विस्तृत जांच कराने और सीसीटीवी फुटेज की जांच करने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही सुधारात्मक कदम नहीं उठाए गए, तो भाकपा माले आंदोलन का रास्ता अपनाने के लिए बाध्य होगी।
ज्ञापन सौंपने के दौरान माले के नौशाद आलम, चुन्नू, और मजहर अंसारी भी उपस्थित थे।
मैं अभिमन्यु कुमार पिछले चार वर्षों से गिरिडीह व्यूज में बतौर “चीफ एडिटर” के रूप में कार्यरत हुं,आप मुझे नीचे दिए गए सोशल मीडिया के द्वारा संपर्क कर सकते हैं।