झारखंड की बहुप्रतीक्षित और पहली 8 लेन सड़क, जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 4 अक्टूबर को किया था, महज 21 दिनों में धंस गई, जिससे राज्य में सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। 461.90 करोड़ की लागत से बनी इस सड़क के झारखंड मोड़ से तेतुलमारी की ओर जाने वाले धारजोड़ी बस्ती के पास शुक्रवार शाम 4 बजे सर्विस लेन में लगभग 8-10 मीटर चौड़ा और 8 मीटर गहरा गड्ढा हो गया, जिससे स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई।
सुरक्षा की कमी, हादसे का सबब
घटनास्थल पर किसी भी तरह की बैरिकेडिंग या सुरक्षा के इंतजाम नहीं होने के कारण असर्फी अस्पताल से लौट रही नर्सिंग की तीन छात्राएं इस गड्ढे में गिर गईं, जिसमें एक छात्रा का हाथ और पैर गंभीर रूप से घायल हो गया। यह घटना राज्य की सड़कों के रखरखाव और निर्माण मानकों पर चिंता बढ़ा रही है।
पाइपलाइन लीक से मिट्टी में कटाव, सड़क धंसने का कारण
पथ निर्माण विभाग के डीडीएम संजय कुमार के अनुसार, सर्विस लेन के नीचे बिछाई गई राइजिंग पाइप में लीक होने के कारण मिट्टी का कटाव हुआ और सड़क धंस गई। नियमों के मुताबिक, राइजिंग पाइप की टेस्टिंग के बाद ही सड़क का निर्माण होना चाहिए था। लेकिन मुआवजे में देरी के कारण सर्विस लेन बिना टेस्टिंग के ही बना दी गई।
मरम्मत का कार्य शनिवार से शुरू होगा
विभाग ने इस दुर्घटना के बाद पाइपलाइन की जांच और मरम्मत का कार्य शुरू करने का आश्वासन दिया है, जो शनिवार से आरंभ किया जाएगा। इस घटना ने न केवल निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी की ओर भी इशारा किया है, जो राज्य में बढ़ती दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण बनती जा रही है।