झारखंड में आलू की कीमतों में एक बार फिर तेजी देखने को मिल रही है। इसका मुख्य कारण पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा राज्य से बाहर आलू के निर्यात पर रोक लगाना है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आदेश पर बंगाल से बाहर आलू की सप्लाई पर सख्ती से पाबंदी लगा दी गई है।
इसके तहत बंगाल-झारखंड बॉर्डर पर पुलिस द्वारा आलू लोड ट्रकों की सख्ती से जांच की जा रही है और इन्हें झारखंड में प्रवेश से रोका जा रहा है। इस फैसले का सीधा असर झारखंड की मंडियों पर पड़ा है, जहां आलू की सप्लाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है।
इसकी वजह से झारखंड में आलू की कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। जो आलू पहले 35 रुपये प्रति किलो बिक रही थी, वह अब 40 रुपये के पार हो गई है। आलू की बढ़ती कीमतें झारखंड के आम लोगों के लिए चिंता का विषय बन गई हैं।
व्यापारियों का कहना है कि अगर जल्द ही इस स्थिति का समाधान नहीं निकाला गया, तो आने वाले दिनों में आलू की कीमतें और बढ़ सकती हैं, जिससे आम जनता पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ेगा।