सिल्चर (असम) में 22 नवंबर को मुठभेड़ के दौरान झारखंड के बोकारो जिले के रहने वाले अग्निवीर अर्जुन महतो शहीद हो गए। उनकी बहाली भारतीय सेना में अग्निवीर योजना के तहत हुई थी। उनकी शहादत की खबर से पूरे झारखंड में शोक की लहर दौड़ गई। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और विधायक कल्पना सोरेन ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए शहीद के परिवार को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया था।
शहीद की शहादत को सम्मान देते हुए झारखंड सरकार ने महज 5 दिन के अंदर अपना वादा निभाते हुए उनके परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और एक आश्रित को अनुकंपा के आधार पर नौकरी का आदेश जारी किया है।
सरकार का त्वरित कदम
गौरतलब है कि हाल ही में हेमंत सरकार ने कैबिनेट बैठक में यह फैसला लिया था कि झारखंड राज्य के रहने वाले अग्निवीरों की शहादत पर उनके परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद और एक आश्रित को सरकारी नौकरी दी जाएगी। अर्जुन महतो के परिवार को इस नीति का पहला लाभार्थी बनने का अवसर मिला।
मुख्यमंत्री कार्यालय के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इस सहायता की जानकारी साझा की गई। सरकार ने इसे झारखंड के शहीदों और उनके परिवारों के प्रति अपनी जिम्मेदारी बताते हुए कहा कि यह कदम न सिर्फ़ उनके बलिदान का सम्मान है, बल्कि भविष्य में अन्य शहीदों के परिवारों के लिए भी आशा की किरण बनेगा।
पूरे राज्य में शोक और गर्व
अर्जुन महतो की शहादत ने झारखंड के लोगों को गम और गर्व के मिले-जुले भाव से भर दिया है। जहां एक ओर उनकी वीरता को सलाम किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर सरकार की तत्परता और संवेदनशीलता की भी सराहना हो रही है।
झारखंड सरकार का यह कदम न केवल शहीदों के सम्मान को ऊंचा उठाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि राज्य अपने जवानों और उनके परिवारों के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
मैं अभिमन्यु कुमार पिछले चार वर्षों से गिरिडीह व्यूज में बतौर “चीफ एडिटर” के रूप में कार्यरत हुं,आप मुझे नीचे दिए गए सोशल मीडिया के द्वारा संपर्क कर सकते हैं।