UPI 123PAY के नियम में बदलाव: अब बिना इंटरनेट 10,000 रुपये तक का ट्रांजैक्शन संभव, पढ़ें पूरी ख़बर…

Abhimanyu Kumar
2 Min Read
Share This News
WhatsApp Channel Join Now

नई दिल्ली। नए साल के आगमन के साथ ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। 1 जनवरी 2025 से यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के तहत UPI 123PAY की ट्रांजैक्शन लिमिट बढ़ाई जा रही है। अब उपयोगकर्ता बिना इंटरनेट के 10,000 रुपये तक का लेनदेन कर सकेंगे। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इस बदलाव को लागू करने का निर्णय लिया है, जिसकी डेडलाइन नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा तय की गई है।

क्या है UPI 123PAY?

UPI 123PAY एक ऐसी सुविधा है, जो फीचर फोन उपयोगकर्ताओं को बिना इंटरनेट के डिजिटल भुगतान करने में सक्षम बनाती है। इसके चार मुख्य भुगतान विकल्प हैं:

1. IVR नंबर: एक निर्दिष्ट नंबर पर कॉल करके पेमेंट।

2. मिस्ड कॉल: भुगतान प्रक्रिया शुरू करने के लिए।

3. OEM-एंबेडेड ऐप्स: फोन में प्री-इंस्टॉल ऐप्स के जरिए।

4. साउंड-बेस्ड तकनीक: ध्वनि तरंगों का उपयोग कर ट्रांजैक्शन।

यह सुविधा उन लोगों के लिए बेहद उपयोगी है, जो स्मार्टफोन और इंटरनेट की पहुंच से वंचित हैं।

नए फीचर्स और सुरक्षा पर जोर

नए नियम के तहत UPI 123PAY में सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई है। संभावित बदलावों में OTP जैसे अतिरिक्त सुरक्षा उपाय शामिल हो सकते हैं, ताकि उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित और आसान भुगतान अनुभव मिल सके।

UPI का महत्व और जोखिम

UPI आज भारत में सबसे लोकप्रिय भुगतान प्रणाली बन चुकी है। यह उपयोगकर्ताओं को उनके बैंक खाते से सीधे पैसे ट्रांसफर करने और प्राप्त करने की सुविधा देता है। हालांकि, डिजिटल सुरक्षा में कमी के कारण कई बार धोखाधड़ी की घटनाएं सामने आई हैं।

नए बदलाव की संभावनाएं

इस बदलाव से देश में डिजिटल भुगतान का दायरा और भी बढ़ेगा, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में। NPCI का यह कदम डिजिटल इंडिया के लक्ष्य को मजबूती प्रदान करेगा।

नोट: UPI 123PAY के जरिए लेनदेन करने वाले उपयोगकर्ता इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए NPCI द्वारा निर्धारित प्रक्रिया का पालन करना अनिवार्य होगा।

Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page