झारखंड में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2 से 2.50 रुपये तक की बढ़ोतरी हो सकती है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य सरकार लगातार राजस्व बढ़ाने के उपायों पर विचार कर रही है।
सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि राजस्व को मजबूत करने के लिए विभिन्न विकल्पों की समीक्षा की जाए। इसके तहत, टैक्स दरों में बदलाव करने की संभावना पर चर्चा हो रही है।
राज्य की मौजूदा राजस्व स्थिति को देखते हुए यह कदम उठाना जरूरी हो सकता है। झारखंड में कई योजनाएं ऐसी हैं, जिनके लिए भारी राजस्व की आवश्यकता पड़ती है। इनमें एक मइया सम्मान योजना जैसी प्रमुख योजनाएं शामिल हैं, जिनका लाभ जनता को सीधा मिलता है।
हालांकि, पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी से आम जनता पर सीधा असर पड़ सकता है। सरकार इस विषय पर संतुलित कदम उठाने की कोशिश में है ताकि राजस्व भी बढ़े और आम लोगों पर अधिक भार न पड़े।
देखना होगा कि राज्य सरकार इस पर क्या निर्णय लेती है।