Giridih Views Business Success Story: बिजनेस की दुनिया में कई ऐसे नाम हैं जिन्होंने अपनी मेहनत, लगन और निडर सोच के बल पर इतिहास रच दिया। ऐसे ही एक नाम हैं त्रिशनीत अरोड़ा। TAC Security के संस्थापक और सीईओ त्रिशनीत अरोड़ा ने महज 19 साल की उम्र में इस कंपनी की नींव रखी। आज वह हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2024 के टॉप 10 युवा अरबपति उद्यमियों में शामिल हो चुके हैं। कभी स्कूल से बाहर होने वाले त्रिशनीत अरोड़ा आज साइबर सिक्योरिटी की दुनिया में एक बड़ा नाम बन चुके हैं।
कौन हैं त्रिशनीत अरोड़ा?
त्रिशनीत अरोड़ा एक ऐसा नाम है जो प्रेरणा का प्रतीक बन गया है। चंडीगढ़ में जन्मे त्रिशनीत ने अपनी शुरुआती शिक्षा के दौरान कई चुनौतियों का सामना किया। वह 8वीं और 12वीं कक्षा में फेल हो गए, जिसके बाद उन्होंने स्कूल छोड़ दिया। लेकिन डिजिटल दुनिया के प्रति उनका जुनून और सीखने की ललक उन्हें आगे बढ़ाती रही।
19 साल की उम्र में त्रिशनीत ने TAC Security नामक कंपनी की शुरुआत की, जो आज साइबर सिक्योरिटी और Vulnerability मैनेजमेंट की अग्रणी कंपनियों में गिनी जाती है। मात्र 23 साल की उम्र में उन्हें भारत के सबसे कम उम्र के एथिकल हैकर्स में से एक माना जाने लगा। उनकी प्रतिभा को GQ India ने 2017 में “50 सबसे प्रभावशाली युवा भारतीयों” की सूची में भी शामिल किया।
TAC Security: सफलता की कहानी…
TAC Security आज एक 1100 करोड़ रुपये की कंपनी है। यह कंपनी दुनिया भर में साइबर सिक्योरिटी सेवाएं देती है और कई देशों में अपने क्लाइंट्स के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
TAC Security के क्लाइंट्स में भारत की कुछ बड़ी कंपनियां और संस्थाएं शामिल हैं, जिनमें शामिल हैं..
• रिलायंस इंडस्ट्रीज (मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली)
• अमूल
• BSE (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज)
• केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI)
इतना ही नहीं, कंपनी के पास भारत, अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा जैसे 15 देशों में 150 से अधिक क्लाइंट हैं।
सरकारी सलाहकार की भूमिका
त्रिशनीत अरोड़ा ने न केवल कॉर्पोरेट जगत में अपनी जगह बनाई है, बल्कि सरकारी स्तर पर भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। वह पंजाब और गुजरात की सरकारों के लिए IT सलाहकार के रूप में काम कर चुके हैं। उन्होंने इन राज्यों में साइबर सुरक्षा को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
सफलता के शिखर पर त्रिशनीत अरोड़ा..
30 वर्षीय त्रिशनीत अरोड़ा की कहानी उन युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो अपनी असफलताओं से हार मान जाते हैं। त्रिशनीत ने साबित किया कि सफलता के लिए सिर्फ एक डिग्री की नहीं, बल्कि जुनून, मेहनत और लगन की जरूरत होती है।
आज त्रिशनीत अरोड़ा सिर्फ एक उद्यमी ही नहीं, बल्कि लाखों युवाओं के आदर्श बन चुके हैं। उन्होंने अपने सपनों को साकार किया और एक स्कूल ड्रॉपआउट से अरबपति तक का सफर तय किया।
त्रिशनीत अरोड़ा की कहानी उन सभी के लिए सबक है, जो जीवन में किसी भी मुश्किल को अपनी मंजिल तक पहुंचने की राह में बाधा मानते हैं। वह न केवल साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में भारत का नाम ऊंचा कर रहे हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा भी बन रहे हैं।