रेडिशन ब्लू होटल रांची में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिलों को सम्मानित किया गया,गिरिडीह जिला को पूरे राज्य में विभिन्न श्रेणियों में मिला 4-4 पदक है…

Pintu Kumar
3 Min Read
Share This News
WhatsApp Channel Join Now

गिरिडीह:-सड़क सुरक्षा माह के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने हेतु गिरिडीह जिला को पूरे राज्य में विभिन्न श्रेणियां में 4-4 पदक मिला है। राज्य स्तर पर जिला परिवहन पदाधिकारी, श्री शैलेश कुमार प्रियदर्शी तथा जिला सड़क सुरक्षा प्रबंधन, मोहम्मद वाजिद हसन को सम्मानित किया गया। सड़क सुरक्षा माह के तहत व्यापक जन जागरूकता हेतु द्वितीय पुरस्कार, गिरिडीह जिला में दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आई है, जिसके लिए तृतीय पुरस्कार दिया गया है। अज्ञात वाहन से मिलने वाली मुआवज़ा में द्वितीय पुरस्कार तथा सड़क सुरक्षा जागरूकता 2025 में उत्कृष्ट कार्य हेतु प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। 

बता दें कि सड़क सुरक्षा माह के समापन के पश्चात रेडिशन ब्लू होटल रांची में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिलों के सम्मान में राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जिलों को सम्मानित किया गया। परिवहन विभाग के सचिव श्री कृपानंद झा ने होटल रेडिशन ब्लू होटल में आयोजित राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सेमिनार 2025 को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में लोगों को सड़क सुरक्षा के उपायों से अवगत कराकर सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाओं को कम करने की बात कहीं। इस राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सेमिनार 2025 का उद्देश सड़क दुर्घटनाओं एवं उससे होने वाली मृत्यु को कम करना है। 

सड़क सुरक्षा के विभिन्न आयामों पर ध्यान देने की ज़रूरत…

विभागीय सचिव श्री कृपानंद झा ने कहा कि सड़क के डिज़ाइन पर ध्यान देने की ज़रूरत है। कभी- कभी सड़क की डिज़ाइन दुर्घटना का कारण बनती है इसलिए डीपीआर के अनुसार ही सड़कें बनाई जायें। सड़कों पर प्रॉपर साइनएज होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना को कम करने के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान देने की आवश्यकता है। गाड़ियों की सभी जाँच के बाद ही फिटनेस सर्टिफिकेट देना चाहिए। ड्राइविंग लाइसेंस देने से पहले सभी प्रक्रिया पूरी की जानी चाहिए। 

लोगों को जागरूक करने की ज़रूरत है…

सचिव, श्री कृपानंद झा ने कहा कि सड़क दुर्घटना में कमी आए और जानमाल का नुक़सान कम से कम हो, इसके लिए लोगों को जागरूक करना होना । ड्राइविंग के समय सीट बेल्ट लगाना, हेलमेट पहनना, ट्रिपल राइडिंग नहीं करना साथ ही सड़क सुरक्षा के सभी नियमों से लोगों को जागरूक करना होगा और नियम तोड़ने वालों को सजा और फाइन भी देनी होगी। इसे सख़्ती के साथ लागू करना होगा। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना में पुलिस विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। ट्रामा सेंटर सक्रिय रहे, ताकि दुर्घटना के बाद के गोल्डन आवर में घायलों की जान बचायी जा सके।

सेमिनार में परिवहन मंत्री श्री दीपक बिरुवा, सभी ज़िलों से आये ज़िला परिवहन पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक, जिला सड़क सुरक्षा प्रबंधक, पुलिस एवम् परिवहन विभाग के पदाधिकारी सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।

 

Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page