प्रयागराज: महाकुंभ में मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर संगम तट पर उमड़ी आस्था की भीड़ अचानक बेकाबू हो गई, जिससे भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई। इस घटना में 20 से 25 श्रद्धालु घायल हो गए, जिन्हें तुरंत महाकुंभ के केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि, राहत की बात यह है कि अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
कैसे हुआ हादसा?
मौनी अमावस्या के अवसर पर लाखों श्रद्धालु पवित्र स्नान के लिए प्रयागराज पहुंचे थे। प्रशासन ने श्रद्धालुओं के स्नान के लिए 45 घाटों की व्यवस्था की थी, लेकिन अधिकतर लोग मुख्य संगम पर ही डुबकी लगाने की जिद पर अड़ गए। रात करीब 1 बजे अचानक भीड़ बढ़ने लगी और संगम तट की ओर जाने के लिए लोग बैरिकेड्स को तोड़कर आगे बढ़ने लगे। भीड़ का दबाव इतना अधिक हो गया कि कई श्रद्धालु एक-दूसरे को धक्का देने लगे, जिससे कुछ महिलाएं गिर पड़ीं और अफरा-तफरी मच गई। देखते ही देखते स्थिति बेकाबू हो गई, और भगदड़ मच गई।
चारों ओर मची चीख-पुकार
घटना के समय वहां मौजूद श्रद्धालु सहम गए। भगदड़ के दौरान कई लोग अपने परिवार से बिछड़ गए। महिलाएं और बुजुर्ग सबसे अधिक प्रभावित हुए। घायलों को तुरंत एंबुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया। मौके पर बिखरे चप्पल, वस्त्र और अन्य सामान इस भयावह स्थिति की गवाही दे रहे थे।
प्रशासन ने तुरंत संभाली स्थिति
हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करने में जुट गई। भीड़ को संभालने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल को तैनात किया गया। प्रशासन ने तुरंत क्राउड डायवर्जन प्लान लागू कर दिया, जिससे स्नान घाटों पर भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। अब श्रद्धालुओं को मेले के भीतर जाने से रोका जा रहा है, और शहर के बाहरी इलाकों में ही भीड़ को रोकने की कोशिश की जा रही है।
महाकुंभ में व्यवस्थाओं पर सवाल
इस भगदड़ ने महाकुंभ में प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचने के बावजूद, भीड़ नियंत्रण की पुख्ता व्यवस्था नहीं होने के कारण यह हादसा हुआ। हालांकि, प्रशासन का दावा है कि स्थिति को जल्द ही नियंत्रण में ले लिया गया और घायलों को समय पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई।
श्रद्धालुओं से अपील
प्रशासन और पुलिस ने श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने की अपील की है। सभी से अनुरोध किया गया है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें।
फिलहाल स्थिति नियंत्रण में
फिलहाल, महाकुंभ क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को वैकल्पिक घाटों पर भेजा जा रहा है। प्रशासन का कहना है कि आगे किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए सख्त क्राउड मैनेजमेंट प्लान लागू किया गया है।
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