झारखंड के ग्रामीण और शहरी इलाकों की महिलाओं के लिए एक बड़ी राहत लेकर आई है हेमंत सोरेन सरकार की मंईयां सम्मान योजना। 6 जनवरी 2025 को 56 लाख से अधिक महिलाओं के बैंक खातों में 2500 रुपये की पहली किस्त ट्रांसफर कर दी गई। वहीं, अभी भी बड़ी संख्या में महिलाएं ऐसी हैं, जो लाभ से वंचित रह गई हैं। क्या वे इस योजना का लाभ ले सकती हैं? अगर हां, तो कैसे? आइए जानते हैं विस्तार से।
योजना की शुरुआत और वर्तमान स्थिति
हेमंत सोरेन सरकार ने अगस्त 2024 में मंईयां सम्मान योजना की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत झारखंड की हर 18 से 50 वर्ष की महिला को प्रति माह पहले 1000 दिए जाते थे अब 2500 रुपये दिए जाते हैं। योजना के तहत आवेदन प्रक्रिया शुरू होते ही लाखों महिलाओं ने आवेदन किया। देखते ही देखते यह संख्या 56 लाख को पार कर गई। सरकार ने पहली किस्त के तौर पर 1415 करोड़ 44 लाख 77 हजार रुपये 6 जनवरी 2025 को 56,61,791 महिलाओं के खातों में ट्रांसफर किए।
जो महिलाएं लाभ से वंचित हैं, वे क्या करें?
अगर आपने मंईयां सम्मान योजना के लिए आवेदन किया है, लेकिन पैसा नहीं मिला, तो आपको अपने आवेदन की स्थिति चेक करानी चाहिए। अक्सर मामूली गलतियों के कारण भुगतान रुक जाता है।
यदि आपने अब तक आवेदन नहीं किया है, तो आपके लिए भी एक मौका है। आवेदन प्रक्रिया अभी भी जारी है। हालांकि अब प्रज्ञा केंद्र के माध्यम से आवेदन नहीं किए जा सकते। इसके लिए आपको प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय जाना होगा। वहां आवेदन प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
मंईयां सम्मान योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
इस योजना के लिए निम्नलिखित दस्तावेज अनिवार्य हैं:
• आधार कार्ड
• राशन कार्ड
• बैंक अकाउंट पासबुक
• पासपोर्ट साइज फोटो
• आपको इन सभी दस्तावेजों की ज़ेरॉक्स कॉपी के साथ आवेदन करना होगा।
कौन-कौन ले सकता है योजना का लाभ?
मंईयां सम्मान योजना का लाभ 18 से 50 वर्ष की आयु वर्ग की हर महिला को मिलता है। जाति, धर्म या वर्ग का इसमें कोई भेदभाव नहीं है। योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।
अब प्रज्ञा केंद्र से आवेदन नहीं
शुरुआत में प्रज्ञा केंद्रों के जरिए आवेदन लिए जा रहे थे, लेकिन अब यह सुविधा बंद कर दी गई है। महिलाओं को सीधे प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय जाकर आवेदन करना होगा।