प्रेगनेंट महिलाओं के लिए फोलिक एसिड (Folic Acid) बहुत जरूरी होता है और खास बात यह है कि इसे कंसीव करने से पहले ही लेना शुरू कर देना चाहिए क्योंकि यह शिशु के उचित विकास के लिए बहुत जरूरी होता है। प्रेग्नेंसी में फोलिस एसिड लेना बहुत जरूरी होता है क्योंकि इसकी कमी के कारण शिशु में न्यूूरल ट्यूब डिफेक्ट जैसे कि एनेनसेफली और स्पीना बिफिडा हो सकता है। यदि गर्भावस्था के दौरान महिला पर्याप्त मात्रा में फोलिक एसिड ले तो शिशु में इस तरह की समस्याओं के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
फोलिक एसिड को गर्भावस्था का सुपरहीरा कहा जाता है और प्रेग्नेंसी से पहले और बाद में इसका सेवन जरूर करना चाहिए। आइए जानते हैं कि गर्भावस्था में कितनी मात्रा में फोलेट यानी फोलिक एसिड लेना चाहिए और इसके क्या लाभ होते हैं।
फोलिक एसिड क्या है (folic acid in pregnancy)
फोलिक एसिड फोलेट नामक विटामिन बी का एक मानव निर्मित रूप है जो कि लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में अहम भूमिका निभाता है। ये शिशु के मस्तिष्क और स्पाइनल कॉर्ड ममें न्यूरल ट्यूब के विकास में मदद करता है।
गर्भावस्था में फोलिक एसिड लेने के फायदे
• न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट :
फोलिक एसिड भ्रूण में नसों के विकास में मदद करता है। भ्रूण की न्यूरल ट्यूब बाद में शिशु के मस्तिष्क और स्पाइनल कॉर्ड में विकसित होती है। केंद्रीय तंत्रिका तंत्र के शुरुआती गठन के दौरान किसी भी प्रकार के जन्मदोष को रोकने के लिए फोलिक एसिड जरूरी होता है।
• लाल रक्त कोशिकाओ का निर्माण :
यदि प्रेग्नेंसी में आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया हो तो फोलिक एसिड बहुत जरूरी होता है। य लाल रक्त कोशिकाएं बनाता है।
• जटिलताओं से सुरक्षा :
फोलिक एसिड शिशु में क्लेफ्ट लिप और पैलेट के खतरे को कम करता है। ये प्रीमैच्योर बर्थ, मिसकैरेज, भ्रूण में शिशु के खराब विकास और जन्म के समय शिशु का वजन कम होने जैसी जटिलताओं से सुरक्षा मिलती है।
• मां को मिलता है लाभ :
यदि प्रेगनेंट महिला रोज फोलिक एसिड ले तो इससे उनमें प्रीक्लैंपसिया, हार्ट स्ट्रोक, हार्ट डिजीज, कैंसर और अल्जाइमर रोग से बचाव होता है।
• अन्य आवश्यक कार्य :
डीएनए के उत्पादन, रिपेयर और कार्यशीलता के लिए फोलिक एसिड जरूरी होता है। ये शिशु और प्लेसेंटा के जल्द विकास में भी जरूरी होता है।
• प्रेग्नेंसी में कब शुरू करना चाहिए फोलिक एसिड
गर्भावस्था के तीसरे से चौथे हफ्ते में जन्म दोष उत्पन्न होते हैं इसलिए इस दौरान शरीर में फोलेट होना बहुत जरूरी है। प्रेग्नेंसी के शुरुआती चरणों में शिशु के मस्तिष्क और स्पाइनल कॉर्ड का विकास होता है।
अगर आप कंसीव करने की कोशिश कर रही हैं तो डॉक्टर गर्भधारण से पहले ही प्रीनैटल विटामिन के साथ फोलिक एसिड लेने की सलाह देंगे।
एक अध्ययन में सामने आया है कि जो महिलाएं कंसीव करने से लगभग एक साल पहने से ही फोलिक एसिड लेना शुरू कर देती हैं उनमें प्रीमैच्योर लेबर का खतरा 50 फीसदी कम हो जाता है।
कितनी मात्रा में फोलिक एसिड की जरूरत होती है
प्रजनन की उम्र की सभी महिलाओं को प्रतिदिन 400 माइक्रोग्राम फोलेट की जरूरत होती है। अगर आप रोज मल्टीविटामिन लेती हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि आप उसकी पर्याप्त मात्रा ले रही हैं या नहीं। यदि किसी वजह से आप मल्टीविटामिन नहीं लेना चाहती हैं तो फोलिक एसिड सप्लीमेंट ले सकती हैं।
प्रेग्नेंसी के हर चरण में कितना फोलेट लेना चाहिए :
• कंसीव करने की कोशिश के दौरान : 400 माइक्रोग्राम
• प्रेग्नेंसी के पहले तीन महीने : 400 माइक्रोग्राम
• गर्भावस्था के चार से नौ महीने : 600 माइक्रोग्राम
• स्तनपान करवाने के दौरान : 500 माइक्रोग्राम
प्रेगनेंसी में फोलिक एसिड कब तक लेना चाहिए
प्रेग्नेंसी से तीन महीने पहले फोलिक एसिड लेना शुरू कर सकती हैं और गर्भावस्था के पूरे नौ महीने तक लें। इससे उन महिलाओं को ज्यादा फायदा होता है जिनमें जन्म दोष विकारों का खतरा अधिक होता है।
कब बंद कर देना चाहिए फोलिक एसिड का सेवन
प्रेग्नेंसी के 12वें हफ्ते तक शिशु की रीढ़ की हड्डी का पूरा विकास हो चुका होता है इसलिए 12वें हफ्ते के बाद आप फोलिक एसिड लेना बंद कर सकती हैं। हालांकि, 12वें हफ्ते के बाद भी फोलिक एसिड ले सकती हैं क्योंकि इससे शिशु या मां को कोई नुकसान नहीं होगा।
अगर आप गर्भधारण करने की सोच रही हैं या गर्भवती हैं तो डॉक्टर की सलाह पर जल्द ही फोलिक एसिड लेना शुरू कर दें।
• ये आपके शिशु के स्वास्थ्य और विकास के लिए बहुत जरूरी है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. गिरिडीह व्यूज इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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