गिरिडीह: पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभागार में बुधवार को मासिक अपराध गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस बैठक में पुलिस अधीक्षक गिरिडीह ने लंबित मामलों की समीक्षा कर उनके त्वरित निष्पादन के निर्देश दिए। साथ ही, अपराध नियंत्रण एवं विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए नियमित रूप से एंटी-क्राइम चेकिंग अभियान चलाने पर जोर दिया गया।
गोष्ठी में महिला अपराधों की जांच को वैज्ञानिक तरीके से करने और बीएनएस (BNS) में दिए गए प्रावधानों के अनुसार अनुसंधानकर्ताओं को प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया गया। लंबित वारंट और कुर्की मामलों के त्वरित निष्पादन को भी प्राथमिकता देने की बात कही गई।
इसके अलावा, E-Sakshya ऐप में ऐसे मामलों की जानकारी अपलोड करने के निर्देश दिए गए जिनमें सात साल या उससे अधिक की सजा का प्रावधान है। इसमें घटनास्थल का निरीक्षण, गवाहों के बयान सहित अन्य साक्ष्यों को 24 घंटे के भीतर अपलोड करने पर जोर दिया गया। सीएमपीएस (CMPS) से जुड़े मामलों में पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे न्यायालय में गवाही के लिए निर्धारित तिथि पर हर हाल में उपस्थित हों।
IGOT Karmayogi ऐप के संदर्भ में पुलिस अधिकारियों को जानकारी दी गई। इसके साथ ही, डायन प्रथा जैसी कुरीतियों को रोकने के लिए गांव-गांव जाकर जागरूकता अभियान चलाने और नाटकीय रूप में प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया गया।
आगामी शब-ए-बारात पर्व के मद्देनजर शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए भी आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए।