जमुआ का पूर्वी छोर नवडीहा को प्रखंड बनाने की मांग को लेकर मंगलवार को गिरिडीह झंडा मैदान में नवडीहा प्रखंड निर्माण संघर्ष समिति के द्वारा एकदिवसीय धरना-प्रदर्शन किया गया। धरना-प्रदर्शन में सैकड़ों लोग शामिल थे। धरना-प्रदर्शन के बाद एक पांच सदस्यीय समिति द्वारा समाहरणालय पहुंचकर मुख्यमंत्री झारखंड सरकार के नाम उपायुक्त गिरिडीह को एक मांग पत्र सौंपा गया।
कार्यक्रम का नेतृत्व समिति के सचिव ओमप्रकाश महतो कर रहे थे। मौके पर ओमप्रकाश महतो ने कहा कि नवडीहा प्रखंड बनने की सारी अहर्ता पूरी करता है। नवडीहा को प्रखंड बनाने की हमारी मांग पुरानी है जिसमें कुल 07 पंचायत और 77 गांव शामिल है। हम 2001 से नवडीहा को प्रखंड बनाने की मांग कर रहे हैं। यदि इस बार सरकार हमारी बात नहीं सुनेगी तो हम चरणबद्ध आन्दोलन को बाध्य होंगे।
समिति की नेत्री देवंती भारती ने कहा कि नवडीहा से जमुआ प्रखंड मुख्यालय की दूरी लगभग 18-20 किमी है। आम लोगों को काफी परेशानी होती है। इसलिए जमुआ का पूर्वी छोर नवडीहा, कुरहोबिन्दो, मलुवाटांड, चिलगा, सियांटांड, गोरो और चोरगता कुल सात पंचायतों के 77 गांव को मिलाकर नवडीहा को प्रखंड बनाया जाए।
समिति के नेता पुरन किशोर तुरी ने कहा कि नवडीहा को प्रखंड बनाने के लिए हम इस बार आर पार की लड़ाई लडेंगे। मुस्लिम अंसारी ने कहा कि गढवा जिला का डण्डा प्रखंड तीन पंचायत का प्रखंड है। चतरा जिला का कुन्दा प्रखंड पांच पंचायत को मिलाकर बनाया गया है। लावालौंग 08 पंचायत, गिद्धौर 06 पंचायत, पथलगढा को 05 पंचायत मिलाकर प्रखंड बनाया गया है। तो नवडीहा के साथ भेद-भाव क्यों?
कार्यक्रम में नवडीहा प्रखंड निर्माण संघर्ष समिति के सोहन राम, जगदीश बैठा, सरफुद्दीन अंसारी, महेन्द्र सिंह, जाकिर हुसैन, विजय कुमार, कुन्ती देवी, गुडिया देवी, सुमा देवी, संगीता देवी, मो सफीक अंसारी, पिंकु तुरी, लालमुनी तुरी, नरेश वर्मा, बिनोद तुरी, राजेन्द्र तुरी, कुसुम देवी, ललिता देवी, निशा कुमारी सहित सैकडों लोग मौजूद थे।
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