रात में खर्राटे आना सिर्फ दूसरों की नींद में खलल डालने का कारण नहीं है, बल्कि यह आपकी सेहत से जुड़े कई गंभीर संकेत भी देता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, यह समस्या नींद संबंधी विकारों, मोटापे, हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोग जैसी बीमारियों का संकेत हो सकती है।
खर्राटों के पीछे ये हो सकते हैं कारण:
स्लीप एपनिया: यह एक गंभीर विकार है, जिसमें नींद के दौरान सांस लेने में रुकावट आती है।
मोटापा: ज्यादा वजन गले की मांसपेशियों पर दबाव डालता है, जिससे खर्राटे बढ़ जाते हैं।
नाक की रुकावट: सर्दी, एलर्जी या नाक की हड्डी टेढ़ी होने से हवा के प्रवाह में बाधा आती है।
अल्कोहल और धूम्रपान: ये मांसपेशियों को शिथिल कर देते हैं, जिससे खर्राटे तेज हो सकते हैं।
कैसे पाएं छुटकारा?
सोने की पोजीशन बदलें: पीठ के बजाय करवट लेकर सोने की आदत डालें।
वजन नियंत्रित रखें: मोटापा घटाने से खर्राटों की समस्या कम हो सकती है।
धूम्रपान और शराब से बचें: ये आदतें खर्राटों को और बढ़ा सकती हैं।
चिकित्सकीय परामर्श लें: अगर समस्या गंभीर है तो डॉक्टर से जांच कराएं, स्लीप एपनिया का इलाज जरूरी हो सकता है।
अगर आपके खर्राटे लगातार और तेज होते जा रहे हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें। यह आपकी नींद और सेहत, दोनों के लिए खतरा हो सकता है।
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