दिल्ली की राजनीति में रेखा गुप्ता का नाम इन दिनों सुर्खियों में है। दो बार विधानसभा चुनाव हारने के बावजूद, उन्होंने न सिर्फ तीसरी बार जीत दर्ज की, बल्कि अब वे मुख्यमंत्री पद तक पहुंच गई हैं। उनकी यह सफलता भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। आखिर रेखा गुप्ता कौन हैं, और उनका यह सफर कैसा रहा? आइए जानते हैं।
कौन हैं रेखा गुप्ता?
रेखा गुप्ता भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता और दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) की पूर्व अध्यक्ष रह चुकी हैं। संगठन में उनकी सक्रियता और जनसंपर्क क्षमता के कारण पार्टी ने उन्हें कई अहम जिम्मेदारियां दीं। हालांकि, उनका राजनीतिक सफर चुनौतियों से भरा रहा है।
लगातार दो बार चुनावी हार, लेकिन हौसला कायम
रेखा गुप्ता ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में दो बार किस्मत आजमाई, लेकिन सफलता नहीं मिली। हालांकि, इन हारों से वे निराश नहीं हुईं। उन्होंने पार्टी के लिए लगातार काम किया और जनता के बीच अपनी पकड़ मजबूत की।
तीसरी बार में ऐतिहासिक जीत
लगातार मेहनत और पार्टी नेतृत्व के विश्वास के कारण, उन्होंने तीसरी बार चुनाव लड़ा और शानदार जीत दर्ज की। उनकी इस जीत ने न केवल उन्हें विधायक बनाया बल्कि उन्हें दिल्ली के मुख्यमंत्री पद तक पहुंचाने का रास्ता भी खोला।
मुख्यमंत्री पद तक का सफर
रेखा गुप्ता की मेहनत और नेतृत्व क्षमता को देखते हुए बीजेपी हाईकमान ने उन्हें मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी। दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री के रूप में उनकी ताजपोशी पार्टी के लिए भी एक ऐतिहासिक क्षण है।
भविष्य की चुनौतियां
मुख्यमंत्री बनने के बाद रेखा गुप्ता के सामने कई चुनौतियां होंगी—दिल्ली में बिजली-पानी की समस्या, प्रदूषण नियंत्रण, ट्रैफिक मैनेजमेंट और शिक्षा-स्वास्थ्य के मुद्दे प्रमुख हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वे इन चुनौतियों से कैसे निपटती हैं और अपने नेतृत्व को कैसे साबित करती हैं।
रेखा गुप्ता का यह सफर संघर्ष, धैर्य और सफलता की मिसाल है। उनकी कहानी राजनीति में आने वाले नए चेहरों के लिए भी प्रेरणादायक साबित हो सकती है।

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