नई दिल्ली: इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने आधार कार्ड से जुड़ी सेवाओं को और अधिक सरल और प्रभावी बनाने के लिए swik.meity.gov.in नामक नया पोर्टल लॉन्च किया है। इस पहल का उद्देश्य डिजिटल वेरिफिकेशन प्रक्रिया को तेज, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाना है, जिससे नागरिकों को विभिन्न सेवाओं का लाभ आसानी से मिल सके।
अब निजी कंपनियां भी कर सकेंगी आधार फेस ऑथेंटिकेशन
अब तक आधार-आधारित फेस ऑथेंटिकेशन सुविधा केवल सरकारी संस्थानों तक सीमित थी, लेकिन इस नए पोर्टल के माध्यम से निजी कंपनियां भी इस तकनीक का उपयोग कर पाएंगी। आधार फेस ऑथेंटिकेशन एक डिजिटल पहचान सत्यापन प्रणाली है, जिसमें उपयोगकर्ता के चेहरे को स्कैन कर उसकी पहचान सत्यापित की जाती है।
क्या हैं इस नई सुविधा के फायदे?
➡ ई-केवाईसी प्रक्रिया होगी सरल – बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और सरकारी योजनाओं में वेरिफिकेशन प्रक्रिया तेज होगी।
➡ पेपरलेस प्रोसेस को मिलेगा बढ़ावा – परीक्षा पंजीकरण, नौकरी आवेदन और अन्य सेवाओं के लिए दस्तावेज़ प्रस्तुत करने की आवश्यकता नहीं होगी।
➡ रिमोट वेरिफिकेशन की सुविधा – नागरिक देश में कहीं से भी डिजिटल माध्यम से अपनी पहचान सत्यापित कर सकेंगे।
➡ तेजी से वेरिफिकेशन – अब सरकारी और निजी कंपनियों द्वारा दी जाने वाली सेवाओं के लिए लंबी प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ेगा।
➡ भ्रमण के दौरान भी सुलभ सेवाएं – आधार फेस ऑथेंटिकेशन के जरिए लोग दूरस्थ स्थानों से भी डिजिटल सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे।
सरकार की इस नई पहल से डिजिटल पहचान सत्यापन प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव आने की उम्मीद है। इससे नागरिकों को अपनी पहचान बार-बार दस्तावेजों के माध्यम से साबित करने की जरूरत नहीं पड़ेगी और वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पहले से कहीं ज्यादातेज और प्रभावी होगी।