झारखंड में साइबर अपराधियों का जाल, मंईयां योजना के नाम पर महिलाओं को बनाया शिकार, 11 ठग गिरफ्तार

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देवघर के कुंडा थाना क्षेत्र में साइबर ठगी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए साइबर थाना की टीम ने 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी “मंईयां सम्मान योजना” का लाभ दिलाने के बहाने फर्जी कॉल कर भोले-भाले लोगों को ठग रहे थे। छापेमारी के दौरान पुलिस ने 11 मोबाइल, 15 सिम कार्ड और चार प्रतिबंधित सिम कार्ड बरामद किए हैं। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

संगठित गिरोह का खुलासा

पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किए गए आरोपी झारखंड के विभिन्न इलाकों से हैं। इनमें डीसी कुमार दास, निपु कुमार दास, धनंजय कुमार दास, मेहताब अंसारी, रामचंद्र दास, श्रीकांत दास, विजय कुमार दास, मिथुन कुमार दास, मुकेश कुमार दास, मसरुद्दीन अंसारी और जितेंद्र दास शामिल हैं। जांच में खुलासा हुआ कि ये फर्जी सरकारी अधिकारी बनकर मंईयां योजना, किसान समृद्धि योजना और अन्य योजनाओं के नाम पर ठगी करते थे।

ठगी के तरीकों का खुलासा

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे एसबीआई ग्राहकों को केवाईसी अपडेट, क्रेडिट कार्ड सेवा और कैशबैक का लालच देकर बैंक डिटेल्स चुराते थे। इसके अलावा, फर्जी फोन-पे और पेटीएम अधिकारी बनकर उपभोक्ताओं को ठगते और गिफ्ट कार्ड के जरिए राशि निकालते थे।

पुलिस की अपील

साइबर थाना ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। अज्ञात कॉल या लिंक पर निजी जानकारी साझा न करें और किसी फर्जी कस्टमर केयर नंबर पर भरोसा न करें। ठगी की शिकायत हेल्पलाइन नंबर 1930 या www.cybercrime.gov.in पर करें। गुप्त सूचना देने के लिए 9798302117 पर संपर्क किया जा सकता है। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा।