गिरिडीह:-समाहरणालय प्रांगण में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जिला स्तरीय सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान गिरिडीह जिला प्रशासन की महिला पदाधिकारियों, कर्मियों, महिला पुलिसकर्मियों के साथ समाज मे बेहतर सेवा प्रदान करने वाली नारी शक्तियों को सम्मानित किया गया। मौके पर सभी से प्रगतिशील समाज के विकास में एक बड़ी बाधक बनी सामाजिक कुरीति भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा व बाल विवाह को जड़ से समाप्त करने में सबकी सहभागिता सुनिश्चित करने का अनुरोध किया गया। महिलाओं के लिए मंईंया सम्मान योजना सहित सरकार की ओर से संचालित अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए महिला उत्थान एवं उनकी सुरक्षा पर बल दिया गया। इस दौरान नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन किया गया।
मौके पर इंडियन आईडल सीजन 06 के सदस्य श्री रजत आनंद ने बॉलीवुड गानों की प्रस्तुति दी। उन्होंने अपनी जादुई आवाज़ से समां बांध दिया। इसके अलावा बच्चियों ने भी गाने प्रस्तुत की। कार्यक्रम में मैट्रिक की 05 टॉपर्स को भी पुरस्कृत किया गया। मौके पर अपर समाहर्ता, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला कोषागार पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी समेत अन्य संबंधित अधिकारी और नारी शक्ति/संबंधित विभाग के कर्मी आदि उपस्थित थे।
समारोह में शामिल अपर समाहर्ता ने कहा कि महिलाओं के अधिकार और समाज में उनके अनुकरणीय योगदान हेतु बधाई दी गई और कार्यों की सराहना की गई। उन्होंने कहा कि गिरिडीह जिले की महिलाएँ न केवल परिवार की धुरी हैं, बल्कि वे शिक्षा, स्वास्थ्य, प्रशासन, स्वच्छता, समाजसेवा और आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। चाहे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हों या महिला सहायिका हों या नगर निकाय की सफाई कर्मचारी- इन सभी ने जिले को स्वच्छ, स्वस्थ और समृद्ध बनाने में अपनी मेहनत और समर्पण का परिचय दिया है।
समारोह में शामिल जिला परिवहन पदाधिकारी ने कहा कि जिले में महिलाओं की भूमिका केवल परिवार और समाज तक सीमित नहीं है, बल्कि वे प्रशासनिक, सामाजिक और स्वच्छता अभियानों में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। जिला स्तरीय अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस समारोह में इन सभी प्रेरणादायी महिलाओं को सम्मानित किया जाना हर्ष का विषय है। जिला स्तरीय, नगरीय निकाय और ग्राम पंचायत स्तर की उन कर्मठ महिलाएं जिन्होंने अपने कार्यों से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाया है। सभी बधाई के पात्र हैं।
समारोह को संबंधित करते हुए जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती स्नेह कश्यप ने कहा कि आज का दिन नारी शक्ति के सम्मान का दिन है। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस केवल एक तारीख नहीं, बल्कि महिलाओं के संघर्ष, सशक्तिकरण और उपलब्धियों का प्रतीक है। आज की महिलाएं पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही है। महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं तथा खुद को स्थापित कर रही हैं। बड़े हर्ष की बात है कि हमारे देश की महिलाएं देश की उन्नति में अपना योगदान दे रही हैं साथ ही साथ शिक्षा, स्वास्थ्य, निर्वाचन एवं स्वच्छ समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं।
मौके पर जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, श्रीमती अंजना भारती ने कहा कि नारी शक्ति के सम्मान में आज का आयोजन न केवल महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बनेगा, बल्कि जिले की महिलाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा भी देगा। साथ ही जिले के प्रशासनिक ढांचे में भी महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि कई महिलाएं ने समाज में अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से महत्वपूर्ण बदलाव लाए हैं। यह सम्मान समारोह न केवल उनकी उपलब्धियों को मान्यता देगा, बल्कि अन्य महिलाओं को भी प्रेरित करेगा कि वे अपने हक और अधिकारों के लिए आगे बढ़ें।
आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है। वह खास दिन जब दुनिया को यह समझाने की कोशिश की जाती है कि एक महिला के बिना इस संसार की कल्पना भी नहीं की जा सकती। आज हम इस दिन पर आपको एक ऐसी महिला से मिलाने जा रहे हैं, जो आम है, मगर जिनकी कहानी खास है, जिनका संघर्ष खास है और जो यह मानती हैं कि बिना संघर्ष के जीवन है ही नहीं। यह कहानी है जमुआ की सेविका सविता कुमारी की, जिन्होंने अपनी संघर्ष की कहानी बयां की। उन्होंने नारी सशक्तिकरण और महिला उत्थान का परिचय दिया। अपने संबोधन में उन्होंने बताया कि कितने संघर्ष से अपने बच्चों को डॉक्टर और इंजिनियर बनाया और अपने पैरो पर खड़ा किया। जो यकीनन हजारों महिलाओं को लिए प्रेरणा का स्त्रोत बन सकता है।