झारखंड में रोजगार और भर्ती प्रक्रियाओं को लेकर छात्र-युवा आंदोलित हैं। इसी को लेकर छात्र युवा अधिकार संघ, झारखंड की एक ऑनलाइन बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता उमेश वर्मा ने की और संचालन किया। बैठक में राज्यभर से सैकड़ों छात्र प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
बैठक के दौरान जीवन कुमार ने कहा कि झारखंड में नई सरकार बने तीन महीने हो चुके हैं, लेकिन अब तक JSSC परीक्षा कैलेंडर जारी नहीं किया गया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 2024 के अंत तक परीक्षा कैलेंडर जारी करने का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। वहीं, JTET परीक्षा के पाठ्यक्रम में बदलाव और परीक्षा आयोजन को लेकर लाखों छात्र महीनों से इंतजार कर रहे हैं, लेकिन सरकार इस मामले में भी कोई सकारात्मक निर्णय नहीं ले रही है।
संघ के सदस्य विक्रम कुमार ने कहा कि झारखंड के पड़ोसी राज्य—बिहार, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में लगातार पुलिस, कर्मचारी, शिक्षक और अधिकारी स्तर की नियुक्तियां की जा रही हैं, लेकिन झारखंड में नियुक्ति प्रक्रियाएं ठप पड़ी हैं।
अवधेश कुमार दास ने स्पष्ट किया कि अब छात्रों का धैर्य जवाब देने लगा है। अगर जल्द ही सरकार रोजगार और भर्ती प्रक्रिया को लेकर ठोस कदम नहीं उठाती, तो छात्र विवश होकर आंदोलन करेंगे।
29 मार्च को ट्विटर अभियान और चरणबद्ध आंदोलन का ऐलान
बैठक के अंत में संघ ने निर्णय लिया कि आगामी 29 मार्च को ट्विटर अभियान चलाया जाएगा, जिसमें JTET परीक्षा आयोजन, JSSC परीक्षा कैलेंडर जारी करने और TGT शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया को शुरू करने की मांग उठाई जाएगी। इसके बाद सभी विधायकों को मांग पत्र सौंपा जाएगा। यदि सरकार की ओर से जल्द कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं होती है, तो छात्र सड़क पर उतरकर व्यापक आंदोलन करेंगे।