गिरिडीह — जिले भर में संचालित 108 एंबुलेंस सेवा से जुड़े 163 चालक व अन्य कर्मियों ने अपनी छह सूत्री मांगों को लेकर शुक्रवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। ईएसआई, पीएफ और नियमित मानदेय समेत विभिन्न मांगों को लेकर सभी कर्मी गिरिडीह स्टेडियम के बाहर एंबुलेंस के साथ धरने पर बैठ गए हैं। आंदोलन का असर जिले की आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं पर भी पड़ने लगा है।
धरने पर बैठे कर्मियों का कहना है कि 4 फरवरी से वे ‘सम्मान फाउंडेशन’ नामक कंपनी के अंतर्गत काम कर रहे हैं, लेकिन अब तक उन्हें वेतन नहीं मिला है। कर्मियों ने आरोप लगाया कि होली, ईद, सरहुल और रामनवमी जैसे पर्वों पर भी उन्हें वेतन नहीं मिला, जिससे उनके समक्ष घर चलाने तक की समस्या उत्पन्न हो गई है।
एक कर्मी ने बताया, “वेतन नहीं मिलने से बच्चों का स्कूल में नामांकन तक नहीं हो सका है। किताबें खरीदने के पैसे भी नहीं हैं। अब तो हालात इतने खराब हैं कि परिवार भूखमरी की कगार पर पहुंच गया है।”
धरनारत कर्मियों ने स्पष्ट किया कि जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं की जातीं, आंदोलन जारी रहेगा। प्रदर्शन में बबलू कुमार तांती, मनोज कुमार, पुष्पलता सोरेन, प्रमिला सोरेन, मुकेश रजक, विकास कुमार, किशोर कुमार, अजय ठाकुर, प्रवीण कुमार, चंद्रदेव वर्मा , रवींद्र कुमार समेत बड़ी संख्या में एंबुलेंस कर्मी मौजूद रहे।
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