गिरिडीह: बुधवार को झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) के बैनर तले स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मियों ने बालाजी डिटेक्टिव फोर्स प्रा० लि० एवं शिवा प्रोटेक्शन कंपनी के खिलाफ टावर चौक में शांतिपूर्ण पदयात्रा सह पुतला दहन किया। आउटसोर्सिंग कर्मी अपनी सात सूत्री मांगों के समर्थन में कई दिनों से आंदोलनरत हैं, जिसमें मासिक मानदेय, ईपीएफ में गड़बड़ी जैसी समस्याएँ शामिल हैं।
इससे पहले, जेएलकेएम ने 18 व 22 जनवरी 2025 को उपायुक्त, सिविल सर्जन एवं अनुमंडल पदाधिकारी गिरिडीह को कर्मियों की समस्याओं से अवगत कराते हुए आवेदन सौंपा था। लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई न होने के कारण 24 मार्च 2025 से कर्मी कार्य अवधि के दौरान काला बिल्ला लगाकर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रशासन की उदासीनता के चलते 2 अप्रैल 2025 को टावर चौक में कतारबद्ध पदयात्रा एवं पुतला दहन कर विरोध दर्ज किया गया।
जेएलकेएम के केंद्रीय सचिव नागेंद्र चंद्रवंशी ने कहा कि संगठन आउटसोर्सिंग कर्मियों की सात सूत्री मांगों का पूर्ण समर्थन करता है। उन्होंने बताया कि बालाजी एवं शिवा प्रोटेक्शन कंपनी के तहत कार्यरत 659 कर्मियों को अप्रैल 2024 से बढ़ी हुई न्यूनतम मजदूरी के आधार पर मानदेय, ईपीएफ, ईएसआई, पूर्व कटौती समेत बकाया राशि का भुगतान सुनिश्चित किया जाना चाहिए। इसके अतिरिक्त, सरकार द्वारा निर्धारित वार्षिक बोनस, सभी कर्मियों को नियुक्ति पत्र, टेक्निकल डिग्रीधारी कर्मियों को कुशल श्रेणी में रखते हुए वेतन भुगतान, मासिक वेतन का भुगतान प्रत्येक माह की 7 तारीख तक करने तथा बिना स्किल टेस्ट के अनुत्तीर्ण कंप्यूटर ऑपरेटरों की पुनः बहाली जैसी मांगें भी शामिल हैं।
चंद्रवंशी ने आरोप लगाया कि सवाल उठाने पर कंपनी के सुपरवाइजर कर्मियों को कार्यमुक्त करने की धमकी दे रहे हैं, जिसे तत्काल रोका जाना चाहिए। उन्होंने प्रशासन से शीघ्र हस्तक्षेप करने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन एवं कंपनियों के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं हुई, तो 7 अप्रैल 2025 से सदर अस्पताल गिरिडीह में शांतिपूर्ण अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया जाएगा, जिसकी सूचना जिला प्रशासन को पहले ही दे दी गई है।