हजारीबाग: जिला प्रशासन ने नकली पनीर के कारोबार पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए 4000 किलो से अधिक नकली पनीर जब्त किया है। यह पनीर बिहार के बख्तियारपुर और मनेर से रांची लाया जा रहा था और रांची सहित रामगढ़ और हजारीबाग के बाजारों में सप्लाई की तैयारी चल रही थी।
प्रशासन की यह छापेमारी खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी चंद्र प्रकाश दुगी के नेतृत्व में मुख्य खाद्य आयुक्त के निर्देश पर की गई। कार्रवाई नगमा टॉल टैक्स के पास उस वक्त की गई जब पटना से रांची आ रही बदोनी बस और तिवारी ट्रैवल्स की बसों में बड़ी मात्रा में नकली पनीर की खेप लोड की गई थी।
गिरोह सक्रिय, आधे दाम में करते थे सप्लाई
जांच में यह खुलासा हुआ है कि नकली पनीर की सप्लाई के पीछे एक संगठित गिरोह सक्रिय है, जो दुकानदारों को असली पनीर के मुकाबले आधे दाम में यह जहरीला पनीर उपलब्ध कराता था। लगातार मिल रही गुप्त सूचनाओं के बाद प्रशासन ने कार्रवाई की योजना बनाई थी, जो शुक्रवार को सफलतापूर्वक अंजाम दी गई।
हजारीबाग के एसडीओ बैद्यनाथ कामती ने बताया कि नकली पनीर सेहत के लिए अत्यंत खतरनाक है। इसके लगातार सेवन से शरीर पर गंभीर दुष्प्रभाव पड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए आगे भी औचक निरीक्षण और सघन अभियान जारी रहेंगे।
बस मालिकों को नोटिस, जवाब न मिलने पर होगी कानूनी कार्रवाई
जिन दो बसों से पनीर जब्त किया गया, उनके मालिकों को नोटिस जारी किया गया है। यदि संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद नकली खाद्य सामग्री के कारोबार में लगे अन्य लोगों में हड़कंप मच गया है। जिला प्रशासन ने साफ किया है कि किसी भी हाल में खाद्य सुरक्षा से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।