गिरिडीह: बिरनी प्रखंड अंतर्गत मंझीलाडीह पंचायत के ग्राम विशनपुर भलुआ में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां करैत सांप के काटने से पांच वर्षीय मासूम बच्ची की मौत हो गई। यह घटना बीती रात गुरुवार की है, जिसने पूरे गांव को गमगीन कर दिया है और एक बार फिर ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्राम विशनपुर भलुआ निवासी नरेश वर्मा की पत्नी अपनी पांच वर्षीय पुत्री के साथ पलंग पर सोई हुई थी। रात करीब 11 बजे अचानक बच्ची कराहने लगी और उसकी हालत बिगड़ने लगी। मां ने घबराकर लाइट जलाई और बच्ची को संभालने का प्रयास करने लगी। इसी दौरान उसने पलंग के नीचे एक करैत सांप को देखा, जिससे पूरा परिवार दहशत में आ गया।
घटना के तुरंत बाद बच्ची को झाड़-फूंक कराने के लिए परिजन गांव के ही एक ओझा-गुणी के पास ले गए। काफी देर तक झाड़-फूंक किया गया, लेकिन जब कोई राहत नहीं मिली, तब परिजनों ने बच्ची को बेहतर इलाज के लिए धनबाद ले जाने का निर्णय लिया। दुर्भाग्यवश, इलाज के लिए ले जाने के क्रम में ही बच्ची ने रास्ते में दम तोड़ दिया।
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि सरकार और प्रशासन द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर करने एमएमके दावे कितने खोखले हैं। आज भी कई गांवों में प्राथमिक उपचार के लिए जरूरी सुविधाएं जैसे कि एंटी-स्नेक वेनम (एंटी-विष) उपलब्ध नहीं हैं। यही कारण है कि लोग अब भी ओझा-गुणी के सहारे अपने प्रियजनों की जान बचाने की कोशिश करते हैं।
गौरतलब है कि कुछ सप्ताह पूर्व इसी प्रखंड के बरोटांड़ गांव में भी एक युवक की जहरीले सांप के काटने से मौत हो गई थी। लगातार हो रही इन घटनाओं के बावजूद अब तक प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

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