गिरिडीह: गुरुवार को गिरिडीह जिले के पिरटांड थाना क्षेत्र स्थित मधुपुर के बांध गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। यहां एक नवजात बच्ची को उसकी मां ने जंगल में छोड़ दिया। लेकिन किस्मत ने एक नया मोड़ लिया जब एक निसंतान महिला ने बच्ची को देखकर उसे गोद लेने की खुशी से भर गई। दुर्भाग्यवश, अस्पताल पहुंचने से पहले ही उस नवजात बच्ची की मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार, गांव की एक महिला कुंती देवी जंगल में बकरी चरा रही थी, तभी उसे किसी बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। जब वह आवाज की दिशा में गई, तो झाड़ियों के बीच एक नवजात बच्ची पड़ी हुई मिली। कुंती देवी ने तुरंत इसकी जानकारी अपनी रिश्तेदार तिलेश्वरी देवी को दी, जो निसंतान हैं।
तिलेश्वरी देवी ने बच्ची को गोद लेने की इच्छा जताई और उसे अपने साथ लेकर स्थानीय लोगों की मदद से अस्पताल पहुंचीं। मां बनने की खुशी में उनकी आंखें भर आईं, लेकिन यह खुशी ज्यादा देर टिक नहीं सकी। डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया।

पुलिस को सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंची और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। नवजात का शव पोस्टमॉर्टम के लिए गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया गया है। बच्ची को जंगल में छोड़ने वाली महिला की तलाश जारी है।
पोस्टमॉर्टम के दौरान तिलेश्वरी देवी की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। वह बार-बार यही कहती रहीं कि काश वह बच्ची कुछ देर और जिंदा रहती, तो वह उसे अपनी संतान बना लेतीं। यह घटना न सिर्फ एक मां के दर्द को बयां करती है, बल्कि समाज को भी झकझोर कर रख देती है।