रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को आगामी विश्व प्रसिद्ध राजकीय श्रावणी मेला – 2025 की तैयारियों को लेकर एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। यह बैठक लोक प्रशासन संस्थान, रांची में आयोजित की गई, जिसमें बाबा बैद्यनाथ धाम-बासुकीनाथ तीर्थ क्षेत्र विकास प्राधिकार एवं संबंधित विभागों के वरीय पदाधिकारी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि श्रावणी मेला से जुड़ी सभी तैयारियां समयबद्ध तरीके से पूरी की जाएं। उन्होंने कहा कि यह मेला राज्य की आस्था और सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है, जहां देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु प्रतिवर्ष बाबा नगरी पहुंचते हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं में कोई कोताही नहीं होनी चाहिए।
श्रावणी मेला को और भव्य और व्यवस्थित बनाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड को इस मेले के जरिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट पहचान मिली है। इस वर्ष भी करीब 50 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उन्होंने कहा कि सभी श्रद्धालु सकारात्मक और आध्यात्मिक अनुभव लेकर जाएं, इसके लिए मेला की व्यवस्था में नई कड़ियों को जोड़ते हुए इसे और अधिक भव्य बनाया जाए। राज्य सरकार की ओर से जो भी संसाधन चाहिए होंगे, उन्हें उपलब्ध कराया जाएगा।
समन्वय से हो अंतिम तैयारियां, सभी विभाग निभाएं जिम्मेदारी
मुख्यमंत्री ने श्रावणी मेला के दौरान सुरक्षा, स्वच्छता, पेयजल, बिजली, स्वास्थ्य, विश्राम गृह, यातायात एवं शौचालय आदि की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय बनाकर कार्य करें और मुख्य सचिव स्तर से इसकी मॉनिटरिंग सुनिश्चित हो।
मेला रूट की खाली जमीन पर बनें अस्थायी सुविधाएं
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि मेला रूट में जो जमीन खाली पड़ी है, उसका उपयोग श्रद्धालुओं के लिए अस्थायी विश्राम गृह, स्नानागार और शौचालय बनाने में किया जाए। इसके लिए रैयतों से बातचीत कर सहमति ली जाए और मेला समाप्ति के बाद जमीन को साफ-सुथरा कर उन्हें वापस कर दिया जाए। इसके साथ ही महिलाओं और बच्चों के लिए अलग से भोजन एवं विश्राम की व्यवस्था करने का निर्देश भी दिया गया।
भीड़ नियंत्रण और ट्रैफिक मैनेजमेंट पर विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रावणी मेले के दौरान बाबा बैद्यनाथ धाम और बासुकीनाथ धाम में भारी भीड़ उमड़ती है, इसलिए भीड़ नियंत्रण और यातायात प्रबंधन बेहद अहम है। मेला मार्ग में पर्याप्त सुरक्षा बल की तैनाती, वाहनों की गति सीमा का पालन, और उच्च गुणवत्ता वाले नंबर प्लेट रीडिंग कैमरों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए, ताकि ट्रैफिक व्यवस्था सुचारु रहे और उल्लंघन करने वालों की पहचान की जा सके।
श्रद्धालुओं की शिकायतों के लिए QR आधारित प्रणाली
मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए QR Based Complaint System शुरू करने का निर्देश दिया, जिससे कोई भी श्रद्धालु अपनी समस्या तुरंत दर्ज करा सके। साथ ही यह सुनिश्चित करने को कहा कि शिकायतों का त्वरित समाधान हो।
बैठक में शामिल रहे कई वरीय अधिकारी और जनप्रतिनिधि
इस उच्चस्तरीय बैठक में मंत्री सुदिव्य कुमार, विधायक सुरेश पासवान, विधायक देवेंद्र कुंवर, मुख्य सचिव अलका तिवारी, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, प्रधान सचिव मस्त राम मीणा, प्रधान सचिव वंदना दादेल, पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता, सचिव मनोज कुमार समेत बाबा बैद्यनाथ धाम-बासुकीनाथ तीर्थ क्षेत्र विकास प्राधिकार के सदस्यगण उपस्थित रहे।
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