गिरिडीह में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए पुलिस प्रशासन ने अब तेज रफ्तार वाहनों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आए दिन हो रही जानलेवा घटनाओं के पीछे एक बड़ी वजह तेज रफ्तार को मानते हुए ट्रैफिक पुलिस ने तकनीकी निगरानी का रास्ता चुना है।
डीएसपी कौसर अली ने बताया कि शहर से सटे इलाकों में हाई स्पीड लेजर डिटेक्टर कैमरा लगाया गया है, जो वाहनों की गति को ऑटोमेटिक ट्रेस करता है। कैमरा न सिर्फ स्पीड रिकॉर्ड करता है, बल्कि वाहन नंबर को भी रीड कर उसी समय चालान जनरेट कर देता है। वाहन मालिक को ऑनलाइन मैसेज के जरिए सूचना भी भेजी जाती है।
फिलहाल सिस्टम का ट्रायल चल रहा है, जिसे जल्द ही पूरी तरह लागू कर दिया जाएगा। जिले को एक हाईस्पीड कैमरे के अलावा पांच हैंडहेल्ड डिटेक्टर भी मिले हैं, जिन्हें विभिन्न थानों को सौंपा गया है ताकि कई जगहों पर एक साथ स्पीड की जांच की जा सके। पुलिसकर्मियों को इसके लिए विशेष प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
यह कदम उन लोगों के लिए चेतावनी है जो रफ्तार के रोमांच में नियमों को ताक पर रखते हैं। पुलिस की इस नई पहल से उम्मीद है कि सड़क सुरक्षा को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ेगी और दुर्घटनाओं में कमी आएगी।