रांची, ब्यूरो रिपोर्ट: राजधानी रांची के रातू थाना क्षेत्र में नकली खाद्य पदार्थों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने एक मकान में छापेमारी कर भारी मात्रा में नकली सॉस और विनेगर जब्त किया है। विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि इलाके में अवैध रूप से नकली सॉस बनाने का धंधा चल रहा है। सूचना की पुष्टि के बाद फूड सेफ्टी अफसरों ने पहले इलाके की पूरी रेकी की और फिर स्थानीय पुलिस के सहयोग से यह कार्रवाई की गई। गंदगी और बदबू के बीच चल रहा था धंधा जब टीम मौके पर पहुंची, तो वहां का दृश्य चौंकाने वाला था। सॉस को गंदे ड्रम और बाल्टियों में तैयार किया जा रहा था। भरने के लिए मग का इस्तेमाल हो रहा था और बोतलों की सीलिंग का काम कुछ महिलाओं से करवाया जा रहा था। सबसे हैरान करने वाली बात यह रही कि वहां एक बूंद भी टमाटर या मिर्च जैसा कोई असली सामग्री नहीं मिला। पूरा स्थान कूड़े-कचरे से भरा हुआ था, जो इस बात की पुष्टि करता है कि यह धंधा पूरी तरह गैरकानूनी और बेहद अस्वास्थ्यकर माहौल में चलाया जा रहा था। [URIS id=8207] 4980 लीटर नकली उत्पाद जब्त कार्रवाई के दौरान टीम ने कुल 4020 लीटर नकली सॉस और 960 लीटर नकली विनेगर जब्त किया। इस छापेमारी की अगुवाई कर रहे खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी सुबीर रंजन ने बताया कि मौके से लिए गए सैंपल को जांच के लिए राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। संचालक फरार, चुप्पी साधे रहे मौके पर मौजूद लोग छापेमारी के समय मकान में मौजूद किसी भी व्यक्ति ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। मकान के मालिक या संचालक का कोई सुराग अब तक नहीं मिल पाया है। अधिकारियों का कहना है कि यह एक संगठित गिरोह हो सकता है, जो लंबे समय से मिलावटी खाद्य पदार्थों का उत्पादन कर बाजार में बेच रहा है। पिछले दिनों नकली पनीर की फैक्ट्री भी पकड़ी गई थी इससे पहले भी हजारीबाग और रामगढ़ जिलों में नकली पनीर बनाने की फैक्ट्रियों का भंडाफोड़ हो चुका है। लगातार मिल रही ऐसी घटनाएं यह दर्शाती हैं कि राज्य में मिलावटखोरी का जाल तेजी से फैल रहा है, जो आमजन के स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा बन चुका है। डॉक्टरों की चेतावनी: नकली उत्पादों से जानलेवा बीमारियों का खतरा स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे नकली खाद्य पदार्थों के सेवन से कैंसर, लीवर की खराबी, और किडनी फेल्योर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बना रहता है। खासकर छोटे बच्चे और बुजुर्ग इस तरह के खाद्य पदार्थों के सेवन से जल्दी प्रभावित हो सकते हैं। फूड सेफ्टी विभाग की अपील फूड सेफ्टी विभाग ने जनता से अपील की है कि यदि किसी को कहीं भी नकली या मिलावटी खाद्य सामग्री बनाए जाने या बेचे जाने की जानकारी हो, तो तत्काल विभाग या स्थानीय प्रशासन को सूचित करें। विभाग ने भरोसा दिलाया है कि सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।