रांची: झारखंड में मानसून की दस्तक को लेकर अभी भी स्थिति पूरी तरह स्पष्ट नहीं है। मौसम विभाग ने राज्य में मानसून के आगमन की संभावित तारीख को लेकर संशय जताया है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, मानसून अपने निर्धारित समय से तीन दिन पहले या तीन दिन बाद तक आ सकता है। इसका मुख्य कारण बंगाल की खाड़ी में मौसमी गतिविधियों का धीमा होना बताया जा रहा है।
मौसम विज्ञान केंद्र, रांची के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने जानकारी दी कि 10 जून के बाद झारखंड में हवा के रुख में बदलाव आने की संभावना है। इसके असर से 14 जून को राज्य के अधिकांश हिस्सों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना जताई गई है। हालांकि, अभी मानसून के अनुकूल परिस्थितियां पूरी तरह विकसित नहीं हुई हैं।
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वैज्ञानिकों के अनुसार, मानसून के समय पर या विलंब से आगमन का मुख्य आधार 10 जून के बाद की हवाओं की दिशा में बदलाव होगा। फिलहाल बंगाल की खाड़ी से ऐसे संकेत नहीं मिल रहे हैं जो मानसून के त्वरित आगमन की पुष्टि कर सकें। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि 12 जून के बाद आसमान में बादल घने हो सकते हैं और इसके बाद 14 जून को राज्यभर में हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिल सकती है।
इस बीच, राज्य में तापमान में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है। पिछले 24 घंटों के भीतर रांची के अधिकतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जबकि न्यूनतम तापमान 22.9 डिग्री सेल्सियस रहा। राज्य के अन्य जिलों में भी तापमान में एक से तीन डिग्री की बढ़ोतरी देखी गई है। सबसे अधिक गर्मी मेदिनीनगर में रही, जहां का तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि पूरे राज्य में सर्वाधिक रहा।
फिलहाल क्या कहता है मौसम विभाग?
मौसम विभाग का कहना है कि मानसून को लेकर फिलहाल सटीक पूर्वानुमान देना कठिन है। अभिषेक आनंद ने बताया कि “10 जून के बाद हवा के रुख में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। इसके आधार पर ही स्पष्ट होगा कि मानसून कब दस्तक देगा। वर्तमान अनुमान के अनुसार, मानसून 15 जून के आसपास झारखंड पहुंच सकता है, हालांकि इसमें तीन दिन का अंतर संभव है। यानी यह 12 से 18 जून के बीच किसी भी दिन राज्य में प्रवेश कर सकता है।