गिरिडीह जिले में एक बार फिर नक्सली गतिविधियों के खिलाफ पुलिस और सीआरपीएफ को बड़ी सफलता हाथ लगी है। लंबे समय से जिले में नक्सलियों के शांत रहने के बाद उनके द्वारा किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी की जानकारी सुरक्षा एजेंसियों को मिली थी। इस गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए गिरिडीह पुलिस और सीआरपीएफ 154वीं बटालियन की संयुक्त टीम ने छापेमारी अभियान चलाकर नक्सलियों की साजिश को नाकाम कर दिया।
गिरिडीह एसपी डॉ. विमल कुमार ने बुधवार को प्रेसवार्ता कर बताया कि उन्हें और सीआरपीएफ 154वीं बटालियन के कमांडेंट सुनील दत्त त्रिपाठी को यह सूचना मिल रही थी कि पारसनाथ की तराई में नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए विस्फोटक सामग्री जमा कर रहे हैं। इस जानकारी के बाद तत्काल संयुक्त टीम का गठन किया गया।
इस अभियान का नेतृत्व सीआरपीएफ 154वीं बटालियन के द्वितीय कमान पदाधिकारी ओम प्रकाश सिंह, एएसपी अभियान सुरजीत कुमार और सहायक कमांडेंट सी. एच. तोम्बा ने किया। टीम के साथ खुखरा थाना पुलिस और भारी संख्या में सुरक्षा बलों के जवान भी मौजूद थे। अभियान को सफल बनाने के लिए डॉग स्क्वायड की टीम को भी लगाया गया।
संयुक्त बलों ने खुखरा थाना क्षेत्र के जोकाईनाला/चतरो कानाडीह के समीप तलाशी अभियान शुरू किया। इसी दौरान सुरक्षाबलों को पारसनाथ पर्वत की तराई वाले इलाके में जमीन के नीचे गड्ढे में छिपा कर रखी गई विस्फोटक सामग्री बरामद हुई। पुलिस ने मौके से 300 मीटर कोडेक्स वायर और 13 लीटर विस्फोटक तरल रसायन जब्त किया है। यह रसायन आमतौर पर बम और अन्य विस्फोटक उपकरण बनाने में प्रयोग किया जाता है।