डायन प्रथा पर बनी अभिनव की फिल्म 25 को होगी रिलीज, कॉलेज के छात्रों के बीच साझा किया निर्देशक ने कहानी…

Share This News

रांची: बेगूसराय के युवा निर्देशक अभिनव ठाकुर ने अपनी नई फिल्म ‘बिसाही’ के प्रमोशन के लिए डॉ॰ श्यामा प्रसाद मुखर्जी यूनिवर्सिटी के जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन डिपार्टमेंट का दौरा किया.

Advertisement

उन्होंने छात्रों के साथ फिल्म का ट्रेलर साझा किया और कहानी पर आधारित फिल्में बनाने की चुनौतियों पर खुलकर बात की. उन्होंने बताया कि ‘बिसाही’ सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि समाज को जगाने का एक माध्यम है. यह फिल्म देश में सदियों से चली आ रही डायन प्रथा की भयावह सच्चाई को पर्दे पर उतारती है. अभिनव ने कहा कि यह फिल्म उन महिलाओं की आवाज है, जो इस अन्याय को झेल रही हैं और इसका लक्ष्य लोगों को सोचने पर मजबूर करना है ताकि सामाजिक बदलाव की एक नई राह बन सके. इस अवसर पर विभाग के शिक्षक रवि प्रकाश मौजूद रहे साथ ही विभागाध्यक्ष डॉ॰ राजेश कुमार सिंह ने भी इस पहल की सराहना की.

वहीं, फिल्म के निर्माता नरेंद्र पटेल ने बताया कि ‘बिसाही’ के माध्यम से वे हर घर तक यह संदेश पहुंचाना चाहते हैं कि अंधविश्वास किसी की जिंदगी से बड़ा नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा सामाजिक अभिशाप है, जहां निर्दोष महिलाओं को अंधविश्वास और षड्यंत्र के कारण डायन या बिसाही कहकर प्रताड़ित किया जाता है. उन्होंने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों का जिक्र करते हुए बताया कि इस कुप्रथा के कारण हर साल दर्जनों महिलाएं हिंसा और हत्या का शिकार होती हैं. खासकर झारखंड में बीते एक दशक में ऐसी घटनाओं में सैकड़ों महिलाओं ने अपनी जान गंवाई है. 

 

फिल्म में रवि साहू मुख्य भूमिका में हैं, जबकि राम सुजान सिंह, पूजा अग्रवाल, इंदु प्रसाद और गुजरात के लोकप्रिय कलाकार चहना पटेल, हार्दिक सोलंकी और पूजा रावल भी अहम भूमिकाओं में नजर आएंगे. यह फिल्म 25 सितंबर को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज होगी. अभिनव ठाकुर सामाजिक मुद्दों पर आधारित फिल्मों के माध्यम से अपनी पहचान बना चुके हैं, और उनकी यह फिल्म भी समाज में जागरूकता फैलाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है.

फिल्म निर्देशक के रूप में कैसे मिली पहचान?

बिहार के बेगूसराय से ताल्लुक रखने वाले अभिनव ठाकुर की कहानी खुद में एक फिल्म जैसी है. वे 8वीं कक्षा में मुंबई आए, बैंक की नौकरी की, और फिर दोस्तों से उधार लेकर अपनी पहली शॉर्ट फिल्म ‘रामकली’ और ‘रेडियो’ बनाई. बाद में एफटीआईआई में दाखिला लिया और पूरी तरह फिल्म निर्माण में कूद पड़े. बता दें कि, भिखारी ठाकुर के लौंडा नाच पर आधारित फिल्म द लिपस्टिक ब्वाय से अभिनव को बड़ा ब्रेक मिला. बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने ट्विटर पर फिल्म की सराहना की थी.