रांची : बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव का क्षेत्र एक बार फिर सक्रिय हो गया है। इसके असर से झारखंड में लगातार बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग ने 2 अक्टूबर तक राज्य के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। दुर्गापूजा के दौरान भी बारिश से लोगों को राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
मौसम विज्ञानियों ने चेतावनी दी है कि अगले दो दिनों तक कई जिलों में गर्जन के साथ बारिश और तेज हवाएं चल सकती हैं। वहीं, वज्रपात का अलर्ट भी जारी किया गया है। लोगों को खुले स्थानों से बचने और सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
बीते 24 घंटे में राज्य के कई इलाकों में झमाझम बारिश दर्ज की गई। पलामू के चैनपुर में सर्वाधिक 51 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जबकि सरायकेला में अधिकतम तापमान 37.1 डिग्री और लातेहार में न्यूनतम तापमान 21.4 डिग्री सेल्सियस रहा।
मौसम विभाग का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में 25 सितंबर को बना लो-प्रेशर 26 सितंबर को साइक्लोनिक सर्कुलेशन में बदल गया। इसके बाद 27 सितंबर से यह सिस्टम दक्षिण ओडिशा और उत्तर आंध्र प्रदेश तट से होकर गुजरने लगा, जिसका सीधा असर झारखंड के मौसम पर पड़ रहा है।
अनुमान है कि 3 से 9 अक्टूबर के बीच राज्य में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है। इस दौरान अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट दर्ज की जाएगी। हालांकि इसके बाद धीरे-धीरे तापमान में बढ़ोतरी होगी।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, मानसून की पूर्ण विदाई 15 अक्टूबर तक मानी जा रही है। लेकिन इससे पहले 12 अक्टूबर तक झारखंड में एक और दौर की बारिश देखने को मिल सकता है।