भारत में हर तीसरी मौत का कारण हार्ट डिजीज, जानें दिल को मजबूत बनाने के 5 आसान उपाय…

Niranjan Kumar
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नई दिल्ली: रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया की ताज़ा रिपोर्ट “कॉजेस ऑफ डेथ: 2021-2023” ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि भारत में होने वाली हर तीन मौतों में से एक मौत का कारण दिल की बीमारी (हार्ट डिजीज) है। यह आंकड़ा केवल एक आंकड़ा नहीं, बल्कि एक चेतावनी है कि हमारी जीवनशैली किस हद तक अस्वस्थ होती जा रही है।

क्यों बढ़ रही हैं हार्ट डिजीज?

दिल की बीमारियों में यह अचानक उछाल किसी एक कारण से नहीं हुआ है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह हमारी रोज़मर्रा की गलत आदतों का परिणाम है।

• स्ट्रेस और नींद की कमी – लगातार तनाव और अपर्याप्त नींद दिल पर दबाव बढ़ाते हैं।

• फिजिकल इनएक्टिविटी – कम चलना-फिरना और घंटों बैठे रहना दिल के लिए सबसे खतरनाक है।

• अनहेल्दी डाइट – प्रोसेस्ड फूड, तैलीय और मीठे खाद्य पदार्थ हार्ट डिजीज को आमंत्रित करते हैं।

• स्मोकिंग और शराब – नशे की आदतें सीधे तौर पर दिल को कमजोर करती हैं।

लेकिन रोकथाम संभव है

विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर लोग अपनी जीवनशैली में छोटे-छोटे सुधार करें, तो हार्ट डिजीज से बचाव संभव है। यहां जानिए दिल को स्वस्थ रखने के 5 ज़रूरी कदम:

1. डाइट में सुधार

ताज़े फल, हरी सब्जियां, साबुत अनाज, दालें और ड्राई फ्रूट्स को डाइट का हिस्सा बनाएं।
नमक, चीनी, प्रोसेस्ड और जंक फूड को सीमित करें।
पौष्टिक डाइट ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने में मददगार होती है।

2. नियमित शारीरिक गतिविधि

हफ्ते में कम से कम 5 दिन, 30-45 मिनट तक व्यायाम करें।
ब्रिस्क वॉक, जॉगिंग, योग, साइकिलिंग या स्विमिंग दिल की मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं।

3. तनाव पर नियंत्रण

ध्यान (Meditation), गहरी सांस लेने की एक्सरसाइज और अपनी पसंदीदा हॉबीज़ से स्ट्रेस कम करें।
परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताना भी मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।

4. वजन और नशे पर नियंत्रण

मोटापा हार्ट डिजीज का बड़ा कारण है, इसलिए वजन संतुलित रखें।
स्मोकिंग और शराब से दूरी बनाना दिल की सेहत के लिए सबसे बेहतर उपाय है।

5. नियमित हेल्थ चेकअप

30 साल की उम्र के बाद समय-समय पर ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल की जांच कराते रहें।
शुरुआती जांच से कई गंभीर बीमारियों को समय रहते रोका जा सकता है।

दिल की बीमारियां अब सिर्फ बुजुर्गों तक सीमित नहीं रहीं। यह युवाओं में भी तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसे में ज़रूरी है कि लोग इस खतरे को गंभीरता से लें और अपनी जीवनशैली में बदलाव करें। याद रखें, “थोड़ा सा ध्यान आज, आपके दिल को कल तक सुरक्षित रख सकता है।

डिस्क्लेमर:
इस आर्टिकल में दिए गए सुझाव केवल सामान्य जानकारी और जागरूकता के उद्देश्य से हैं। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, डाइट में बदलाव करने या किसी बीमारी के उपचार से पहले विशेषज्ञ चिकित्सक की सलाह लेना अनिवार्य है। गिरिडीह व्यूज इस संबंध में किए गए किसी भी दावे या परिणाम की पुष्टि नहीं करता।

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