अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर पिरामल फाउंडेशन के सहयोग से तेलोडीह पंचायत और अकदोनी खुर्द पंचायत में बाल विवाह के प्रति जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य बालिकाओं में शिक्षा, आत्मविश्वास और सशक्तिकरण की भावना को बढ़ावा देना था।
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तेलोडीह पंचायत में आयोजन
तेलोडीह पंचायत में कार्यक्रम का आयोजन मुखिया श्री शब्बीर आलम की अध्यक्षता में उत्क्रमित उच्च विद्यालय उर्दू में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत बालिकाओं को बाल विवाह न करने की शपथ दिलाकर हुई। इसके बाद छात्राओं ने कहानी, कविता और भाषण प्रस्तुत किए।
मुखिया श्ब्बीर आलम ने अपने संबोधन में कहा कि –
“शिक्षा ही बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाती है, इसलिए हर परिवार को अपनी बेटियों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देना चाहिए।”
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की छात्राओं द्वारा जागरूकता रैली निकाली गई, जिसमें बाल विवाह रोकने और बालिका शिक्षा के प्रति जनजागरूकता का संदेश दिया गया।
इस मौके पर पिरामल फाउंडेशन प्रतिनिधि निशा यादव और सौरभ कुमार ने भी बालिकाओं को प्रेरित किया। उन्होंने बालिकाओं से कहा कि –
“आपके सपने ही आपकी ताकत हैं, इसलिए अपने लक्ष्यों की ओर निरंतर बढ़ते रहें और समाज में बदलाव की प्रेरणा बनें।”
विद्यालय के प्रधानाध्यापक श्री मनीर अंसारी, सभी शिक्षकगण तथा जल सहिया अंजना सिंह उपस्थित रहीं। अंजना सिंह ने बालिकाओं को मासिक धर्म स्वच्छता और सैनिटरी पैड के सही उपयोग की जानकारी दी।
अकदोनी खुर्द पंचायत में आयोजन
इसी कड़ी में दूसरा कार्यक्रम अकदोनी खुर्द पंचायत में मुखिया श्री मेघलाल दास की अध्यक्षता में उत्क्रमित मध्य विद्यालय बनियादीह में आयोजित हुआ।
यहां बालिकाओं ने कविता, कहानी और भाषण प्रस्तुत कर बाल विवाह के दुष्प्रभावों पर प्रकाश डाला।
मुखिया श्री मेघलाल दास ने बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि –
“बेटियां समाज की पहचान हैं, उन्हें पढ़ाना और सशक्त बनाना हमारी जिम्मेदारी है।”
उन्होंने घोषणा की कि 26 जनवरी को विशेष ग्राम सभा के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को सम्मानित किया जाएगा।
कार्यक्रम में पिरामल फाउंडेशन प्रतिनिधि निशा यादव और सौरभ कुमार उपस्थित रहे, जिन्होंने बालिकाओं को शिक्षा और आत्मनिर्भरता के लिए प्रेरित किया।
समापन दोनों पंचायतों में आयोजित यह कार्यक्रम बालिकाओं में आत्मविश्वास, जागरूकता और नेतृत्व भावना को मजबूत करने की दिशा में एक सराहनीय पहल साबित हुआ।
सभी प्रतिभागियों ने बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने और बालिकाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए सामूहिक रूप से कार्य करने का संकल्प लिया
मैं अभिमन्यु कुमार पिछले चार वर्षों से गिरिडीह व्यूज में बतौर “चीफ एडिटर” के रूप में कार्यरत हुं,आप मुझे नीचे दिए गए सोशल मीडिया के द्वारा संपर्क कर सकते हैं।