जमुआ के डॉ. रणधीर वर्मा ने बढ़ाया भारत का मान, वियतनाम में आयोजित संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में कर रहे हैं भारतीय शिक्षा और संस्कृति का प्रतिनिधित्व

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गिरिडीह: जमुआ प्रखंड के नईटांड निवासी डॉ. रणधीर कुमार वर्मा ने एक बार फिर जिले और राज्य का नाम रोशन किया है। वे शुक्रवार को वियतनाम की राजधानी हनोई पहुंचे हैं, जहां 3 से 6 अक्टूबर तक आयोजित हो रहे संयुक्त राष्ट्र के वैश्विक सम्मेलन (United Nations Global Conference) में वे भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।

इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में यूनिसेफ (UNICEF), यूनेस्को (UNESCO), वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO), यूनाइटेड नेशन वीमेन (UN Women) और वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (WFP) समेत कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं सहयोग कर रही हैं। सम्मेलन में शिक्षा, स्वास्थ्य, संस्कृति, मानवाधिकार और सतत विकास जैसे वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जा रहा है।

डॉ. रणधीर कुमार यूनेस्को (UNESCO) की ओर से भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इस दौरान वे भारतीय शिक्षा प्रणाली, पारंपरिक ज्ञान, आदिवासी संस्कृति और कला की वैश्विक प्रासंगिकता पर अपने विचार रखेंगे।
वे सम्मेलन में “शिक्षा और भारतीय परंपरा के संरक्षण में यूनेस्को की भूमिका” विषय पर अपना शोध पत्र (Research Paper) प्रस्तुत करेंगे।

डॉ. कुमार का कहना है कि यह सम्मेलन न केवल विश्व के देशों को एक साझा मंच प्रदान करता है, बल्कि शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में भारत की प्राचीन परंपरा को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करने का अवसर भी देता है।

उनकी इस उपलब्धि से जमुआ ही नहीं, बल्कि पूरा गिरिडीह जिला गौरवान्वित महसूस कर रहा है। स्थानीय लोगों ने डॉ. रणधीर की इस सफलता पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने जिले का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमका दिया है।