जमुआ: उत्क्रमित प्लस टू उच्च विद्यालय, दुम्मा में शनिवार को विभागीय आदेशानुसार नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित डॉ. मोहन आनंद ने विद्यार्थियों और शिक्षकों को नशामुक्ति की शपथ दिलाई और कहा कि आज नशाखोरी की समस्या ग्रामीण से लेकर शहरी क्षेत्रों तक तेजी से फैल रही है। लगभग हर घर में किसी न किसी रूप में नशे का सेवन किया जा रहा है, जो समाज और देश दोनों के लिए हानिकारक है।
डॉ. आनंद ने मानव शरीर के पाचन तंत्र का चित्र दिखाते हुए बताया कि “मानव शरीर नशा ग्रहण करने के लिए नहीं बना है।” उन्होंने कहा कि नशा केवल स्वास्थ्य को नहीं, बल्कि जीवन और अर्थव्यवस्था को भी बर्बाद कर देता है। इस दौरान उन्होंने देश-विदेश में फैलते नशा व्यापार पर भी प्रकाश डाला और विद्यार्थियों को समझाया कि ड्रग्स व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से कमजोर बना देता है।
कार्यक्रम में यूथ मोटिवेटर सचिन ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि नशे की प्रवृत्ति अक्सर गलत संगति और शराब जैसी आदतों से शुरू होकर धीरे-धीरे गुटखा, पान, चरस और अफीम तक पहुँच जाती है। उन्होंने कहा, “नशा टेंशन कम नहीं करता, बल्कि उसे दोगुना बढ़ा देता है।”
विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य बिनोद कुमार ने कहा कि विभागीय निर्देशानुसार विद्यालय में एंटी ड्रग अवेयरनेस कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने डॉ. मोहन आनंद के नेतृत्व में यह शपथ ली कि वे जीवनभर किसी भी प्रकार का नशा नहीं करेंगे।
इस अवसर पर बाल संसद के सदस्य रौशनी कुमारी, सुनैना कुमारी, खुशबू कुमारी, सूरज दास, कमलेश कुमार, पंचम सिंह सहित शिक्षिका फूलमती कुमारी, शिक्षक मनोज कुमार और सुधीर कुमार भी उपस्थित थे।