जमुआ : उत्क्रमित प्लस टू उच्च विद्यालय दुम्मा, जमुआ में विभागीय आदेशानुसार शनिवार को नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में डॉ आनंद मोहन को आमंत्रित किया गया था जिन्होंने विद्यार्थियों और शिक्षकों को नशा मुक्ति से संबंधित शपथ दिलाया और कहा कि ग्रामीण क्षेत्र हो या शहरी क्षेत्र, नशा करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। प्रत्येक घर में लगभग कोई न कोई किसी प्रकार का नशा जरूर करता है जो हानिकारक है। उन्होंने मानव पाचन तंत्र का फोटो दिखाते हुआ वर्णन किया कि मानव का शरीर नशा का उपभोग करने के लिए नहीं बना है।
उन्होंने नशा के फ़ैलते जाल पर प्रकाश डाला कि कैसे देश विदेश के लोग भारत में नशा का व्यापार करते हैं। कई उदाहरण देते हुए उन्होंने बच्चों को बताया कि ड्रग स्वास्थ्य, जीवन और आर्थिक दृश्टिकोण से हानिकारक है। उत्तम स्वास्थ्य के लिए शुद्ध भोजन आवश्यक है। युथ मोटिवेटर स्थानीय युवा सन सचिन ने विद्यार्थियों को बताया कि नशा करने की प्रवृति समाज में शराब पीने की लत और गलत संगति से प्रारम्भ होती है और बाद में विकराल रूप ले लेता है। उन्होंने विस्तार से बताया कि नशा पान करने की आदत गुटखा, पान, शराब से होकर चरस, अफीम तक चली जाती है जो आदमी को मानसिक रूप से कमजोर बना देता है और सही निर्णय लेने में असफल रहता है। उन्होंने नशा को टेंशन मुक्ति का जरिया नहीं बल्कि और दो गुणा टेंशन बढ़ाने का जरिया बताया।
प्रभारी प्राचार्य बिनोद कुमार ने कहा कि आज विभागीय आदेशानुसार एंटी ड्रग अवयरनेस कार्यक्रम विद्यालय में आयोजित किया गया जिसमें विद्यार्थियों ने डॉ मोहन आंनद के नेतृत्व में शपथ लिया कि हमसभी नशा पान कभी भी नहीं करेंगे। बाल संसद के सदस्य रौशनी कुमारी, सुनैना कुमारी, खुशबू कुमारी, सूरज दास, कमलेश कुमार, पंचम सिंह के अलावा शिक्षिका फूलमती कुमारी, शिक्षक मनोज कुमार, सुधीर कुमार उपस्थित थे।

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