जमुआ : चितरडीह हाट में मां दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन, जयकारों से गूंजा पूरा इलाका

चितडीह में मां दुर्गी की नम आंखों से दी गई विदाई, पुलिस प्रशासन भी रहे मौजूद...

Abhimanyu Kumar
2 Min Read
Highlights
  • 45 साल पुराना मंदिर का इतिहास।।
  • मन्नत पूरी होने से जुड़ा हैं मंदिर का इतिहास ।।
  • ग्रामीणों की सहयोग से हर साल पूजा होती हैं सम्पन्न...
Share This News
WhatsApp Channel Join Now

मुआ प्रखंड अंतर्गत चितरडीह साप्ताहिक हाट के पास स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा का शुक्रवार को श्रद्धा और परंपरागत विधि-विधान के साथ विसर्जन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत हवन, सिंदूर खेला, प्रसाद वितरण और मां की विदाई की रस्मों से हुई, जिसमें भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। वहीं पूरी पूजा पाठ मुख्य पुजारी चंदन पांडेय तथा रिंकू पाठक के देखरेख में 

Advertisement

IMG-20250603-WA0001

IMG-20250603-WA0001

IMG-20250603-WA0002

IMG-20250603-WA0002

विदाई से पूर्व भक्तों ने मां की प्रतिमा को कंधों पर उठाकर मंदिर की परिक्रमा की। इसके बाद प्रतिमा को ट्रैक्टर पर सवार कर शोभायात्रा निकाली गई, जो चितरडीह की कई गलियों से होते हुए विसर्जन स्थल तक पहुंची। इस दौरान मां की जयकारों से पूरा माहौल भक्तिमय हो उठा।

जमुआ थाना के एसआई कमलेश प्रसाद दल-बल के साथ मौजूद रहे।।

सुरक्षा के कड़े इंतजाम

विसर्जन को लेकर प्रशासन भी पूरी तरह मुस्तैद रहा। मेला परिसर में जमुआ थाना के एसआई कमलेश प्रसाद दल-बल के साथ मौजूद रहे और शांति व्यवस्था बनाए रखी। हालांकि लगातार बारिश के कारण मैदान कीचड़ और पानी से भर गया था, जिससे श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद श्रद्धा और आस्था से ओत-प्रोत हजारों लोग मेला देखने पहुंचे।

45 साल पुराना मंदिर का इतिहास

स्थानीय युवा ऋतिक सिन्हा ने बताया कि यहां मां की प्रतिमा स्थापना और पूजा का सिलसिला पिछले 45 वर्षों से लगातार चल रहा है। पूजा की शुरुआत एक मन्नत पूरी होने के बाद हुई थी। पहले यह पूजा केवल एक परिवार द्वारा की जाती थी, लेकिन समय के साथ मां की भव्यता और श्रद्धालुओं की बढ़ती आस्था ने इसे पूरे गांव का सामूहिक आयोजन बना दिया

Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page