गिरिडीह में धनतेरस के शुभ अवसर पर शनिवार को बाजारों में भारी भीड़ देखी गई। शहर के मकतपुर चौक, कालीबाड़ी, शाहाबादी मार्केट, बरगंडा चौक समेत अन्य इलाकों में लोग बड़ी संख्या में खरीदारी करते नजर आए। हालांकि महंगाई की मार इस बार बाजारों पर साफ दिखाई दी। कई दुकानदारों ने बताया कि भीड़ तो है, लेकिन खरीदारी का जोश पहले जैसा नहीं है।
स्थानीय दुकानदारों के मुताबिक, लोग इस बार सोना-चांदी जैसे महंगे सामानों की बजाय झाड़ू, पीतल के बर्तन और कम बजट वाले घरेलू सामान की ओर ज्यादा झुकाव दिखा रहे हैं।
शहर के कई इलाकों में भीड़ इतनी अधिक थी कि ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई और कई जगहों पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं।
वहीं, परंपरा के अनुसार धनतेरस पर लोगों ने सोने-चांदी के आभूषण और बर्तन की खरीदारी भी की, लेकिन इस बार दोपहिया वाहनों की बिक्री ने बाजार में नई रौनक ला दी।
ऑटोमोबाइ सेक्टर में उत्साह
शांति ऑटोमोबाइल्स के संचालक सुनील वर्मा ने बताया कि इस बार दोपहिया वाहनों की बिक्री उम्मीद से बेहतर रही। उन्होंने कहा, “लोगों ने सरकार की ओर से जीएसटी में दी गई छूट का पूरा लाभ उठाया है। बिक्री के आंकड़े काफी उत्साहजनक हैं।”
वहीं, शिवम होंडा के प्रतिनिधि ने बताया कि अब तक करीब 125 गाड़ियों की बुकिंग हो चुकी है, जबकि 160 गाड़ियों की बिक्री का लक्ष्य रखा गया है।
इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार में मिला-जुला असर
मेनफ्रेम इलेक्ट्रॉनिक्स के संचालक ने बताया कि बिक्री सामान्य रही, लेकिन जीएसटी के कारण उन्हें कोई विशेष राहत नहीं मिली। उन्होंने कहा, “हम अभी भी 18% जीएसटी स्लैब में हैं। प्रोजेक्टर की बिक्री में हल्की बढ़ोतरी हुई है, लेकिन बाकी इलेक्ट्रॉनिक सामानों की बिक्री अपेक्षाकृत कम रही।
भीड़ के बीच रौनक बरकरार
कुल मिलाकर, महंगाई की मार और ट्रैफिक की परेशानी के बावजूद गिरिडीह में धनतेरस की रौनक बरकरार रही। लोगों ने पारंपरिक उत्साह के साथ खरीदारी की और बाजारों में दिनभर चहल-पहल का माहौल रहा।
मैं अभिमन्यु कुमार पिछले चार वर्षों से गिरिडीह व्यूज में बतौर “चीफ एडिटर” के रूप में कार्यरत हुं,आप मुझे नीचे दिए गए सोशल मीडिया के द्वारा संपर्क कर सकते हैं।