जमुआ: जमुआ प्रखंड अंतर्गत मिर्जागंज-खरगडीहा स्थित ऐतिहासिक गौशाला में इस वर्ष भी पारंपरिक गोपाष्टमी मेला धूमधाम से आयोजित किया जाएगा। मेले की तैयारियां जोरों पर हैं। कलाकार देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में व्यस्त हैं। बताया गया कि यह मेला 1924 से लगातार आयोजित हो रहा है और आज भी इसकी धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक महत्ता बनी हुई है।
इस बार मेला 28 अक्टूबर से शुरू होकर 4 नवंबर तक चलेगा। मेले का उद्घाटन 28 अक्टूबर को क्षेत्रीय विधायक के द्वारा किया जाएगा।
गोपाष्टमी मेला का इतिहास और परंपरा
गोपाष्टमी मेला खरगडीहा गौशाला की पहचान बन चुका है। यहां हर साल हजारों श्रद्धालु और ग्रामीण भाग लेते हैं। परंपरा के अनुसार, इस दिन गाय और गोपालक की पूजा की जाती है।
मेले में शिव मंदिर, राधा-कृष्ण मंदिर और हनुमान मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी।
कलाकारों की व्यस्तता — मूर्तियों को मिल रहा आकार
गौशाला परिसर में कलाकार देवी-देवताओं की प्रतिमाएं बनाने में जुटे हुए हैं।मिट्टी की मूर्तियों को रंगने और सजाने का काम चल रहा है।
ग्रामवासी भी मेले की तैयारी में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।

आकर्षण का केंद्र बनेगा मेले का मैदान
गोपाष्टमी मेला के दौरान स्थानीय उत्पाद, हस्तशिल्प, खिलौनों और झूलों के साथ-साथ भजन-कीर्तन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
गांव के युवाओं द्वारा मेला स्थल पर साफ-सफाई, लाइटिंग और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।
भव्य प्रवेश द्वार और सुरक्षा व्यवस्था
इस बार गौशाला मेला परिसर में भव्य प्रवेश द्वार तैयार किया जा रहा है।सुरक्षा व्यवस्था के लिए स्थानीय प्रशासन की ओर से पुलिस बल की तैनाती की जाएगी साथ ही, महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए अलग टीम बनाई जाएगी।