झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी मैया सम्मान योजना की 15वीं किस्त का भुगतान राज्यभर में शुरू कर दिया गया है। दिवाली से पहले सरकार ने हजारों लाभुक महिलाओं के खातों में 2500 रुपये की राशि भेजी है। हालांकि, जिले समेत कई इलाकों से यह शिकायतें सामने आ रही हैं कि अब तक कई पात्र महिलाओं के खातों में यह रकम नहीं पहुंची है।
गांवों और पंचायतों में महिलाएं यह जानने की कोशिश कर रही हैं कि आखिर उनके खाते में 15वीं किस्त क्यों नहीं आई, जबकि उनके सभी दस्तावेज सही हैं और पिछले किस्तें समय पर मिलती रही हैं।

जिनके खाते में किस्त नहीं आई — वे क्या करें?
जिन महिलाओं को इस बार की किस्त नहीं मिली है, उन्हें सबसे पहले अपने दस्तावेजों की जांच करनी चाहिए।
सुनिश्चित करें कि —
- आधार कार्ड और बैंक खाता आपस में लिंक हों
- आधार और राशन कार्ड दोनों अपडेटेड हों
- योजना के आवेदन में सभी जानकारियां सही भरी गई हों
अगर सब कुछ सही है और फिर भी राशि नहीं आई है, तो लाभुकों को अपने नजदीकी ब्लॉक कार्यालय या पंचायत भवन में संपर्क कर शिकायत दर्ज करनी चाहिए।
सरकार ने जारी किया टोल-फ्री नंबर
राज्य सरकार ने लाभुकों की सुविधा के लिए एक टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर — 1800-890-0215 जारी किया है।
इस नंबर पर कॉल करके महिलाएं अपनी शिकायत दर्ज करा सकती हैं।
अधिकारियों के मुताबिक, यदि जांच में लाभुक पात्र पाई जाती हैं, तो 24 घंटे के भीतर राशि खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
विभाग की गाइडलाइन के अनुसार ही होगा भुगतान
मैया सम्मान योजना की राशि विभागीय गाइडलाइन और सत्यापन प्रक्रिया के बाद ही भेजी जाती है।इसके लिए लाभुक का आधार-बेस्ड बैंक खाता होना जरूरी है। साथ ही, आधार कार्ड और राशन कार्ड लिंक होने चाहिए। यदि आवेदन या दस्तावेज में किसी प्रकार की त्रुटि है, तो भुगतान प्रक्रिया स्वतः रुक जाती है।
केवल पात्र लाभुकों को मिलेगी ₹2500 की राशि
इस योजना के तहत ₹2500 की 15वीं किस्त केवल उन महिलाओं को मिलेगी,बजिनका आवेदन पूर्ण, सत्यापित और दस्तावेज त्रुटिरहित हैं। अधिकारियों ने अपील की है कि महिलाएं समय-समय पर अपने आवेदन का स्टेटस जांचें और यदि किसी गलती का पता चले, तो अपने नजदीकी सीएससी सेंटर या पंचायत कार्यालय में जाकर सुधार करवाएं।
राज्य सरकार का कहना है कि मैया सम्मान योजना का उद्देश्य झारखंड की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।
लेकिन जिन लाभुकों के खाते में राशि नहीं पहुंची है, उनके लिए जल्द समाधान सुनिश्चित किया जाएगा ताकि कोई भी पात्र महिला इस योजना से वंचित न रह जाए।

मैं अभिमन्यु कुमार पिछले चार वर्षों से गिरिडीह व्यूज में बतौर “चीफ एडिटर” के रूप में कार्यरत हुं,आप मुझे नीचे दिए गए सोशल मीडिया के द्वारा संपर्क कर सकते हैं।