दूरसंचार विभाग की नई पहल से मोबाइल यूजर्स को बड़ी सुविधा, कॉल आने से पहले दिखेगा कॉल करने वाले का असली नाम

Share This News

नई दिल्ली: मोबाइल यूजर्स के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। अब किसी अनजान नंबर से कॉल आने पर केवल नंबर ही नहीं, बल्कि कॉल करने वाले व्यक्ति का नाम भी स्क्रीन पर दिखाई देगा। यह सुविधा जल्द ही शुरू की जा रही है। इसके लिए दूरसंचार विभाग (DoT) और भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने सभी टेलीकॉम कंपनियों को एक सप्ताह के भीतर किसी एक सर्किल में सर्विस शुरू करने के निर्देश दिए हैं।

कैसे काम करेगी यह सुविधा

नई सुविधा का नाम ‘कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन (Calling Name Presentation)’ रखा गया है। कॉल आने पर स्क्रीन पर कॉलर का वही नाम दिखेगा, जो व्यक्ति ने मोबाइल नंबर खरीदते समय अपनी वैध आईडी में दर्ज कराया था।

यह फीचर डिफॉल्ट रूप से सभी यूजर्स के लिए सक्रिय (एक्टिव) रहेगा। हालांकि, यदि कोई यूजर नहीं चाहता कि उसका नाम कॉल रिसीव करने वाले की स्क्रीन पर दिखे, तो वह इस सुविधा को डिएक्टिवेट कर सकता है। पिछले वर्ष टेलीकॉम कंपनियों ने इस फीचर का मुंबई और हरियाणा सर्किल में सफल ट्रायल भी पूरा किया था।

TRAI और दूरसंचार विभाग के बीच सहमति

फरवरी 2024 में TRAI ने ‘कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन’ फीचर को लेकर सुझाव दिया था कि इसे सिर्फ उन यूजर्स के लिए सक्रिय किया जाए जो इसकी रिक्वेस्ट करें।

लेकिन दूरसंचार विभाग ने कहा कि यह सुविधा सभी यूजर्स के लिए डिफॉल्ट रूप से सक्रिय होनी चाहिए, ताकि अधिकतम लोगों को इसका लाभ मिल सके।

आखिरकार TRAI ने विभाग की सलाह को मानते हुए इस फीचर को डिफॉल्ट सर्विस के रूप में लागू करने का निर्णय लिया।

फ्रॉड कॉल्स और साइबर ठगी पर लगेगी रोक

यह कदम मोबाइल यूजर्स को फ्रॉड कॉल्स, स्पैम और साइबर ठगी से बचाने में अहम भूमिका निभा सकता है। अब कॉल रिसीव करने से पहले ही यूजर को पता चल जाएगा कि कॉल किसी परिचित व्यक्ति की है या किसी अज्ञात व्यक्ति की।

विशेषज्ञों के अनुसार, इस पहल से हैकिंग, ठगी और स्कैमिंग जैसी घटनाओं में कमी आएगी तथा यूजर्स की डिजिटल सुरक्षा और निजता को भी मजबूती मिलेगी।

जल्द पूरे देश में लागू होगी सुविधा

शुरुआत में यह सर्विस पायलट प्रोजेक्ट के रूप में एक सर्किल में शुरू होगी। इसके परिणामों के आधार पर इसे चरणबद्ध तरीके से पूरे देश में लागू किया जाएगा।

TRAI और दूरसंचार विभाग का मानना है कि यह पहल भारत में टेलीकॉम सेक्टर को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाएगी।