गिरिडीह के बी.बी.सी. रोड, बरमसिया निवासी निलांजना चक्रवर्ती इन दिनों अपनी पुश्तैनी जमीन को लेकर गंभीर संकट से गुजर रही हैं। उनका आरोप है कि कुछ भूमि माफिया तत्व जालसाजी, पैसे और रसूख के बल पर उनकी जमीन पर कब्जा जमाने की कोशिश कर रहे हैं।

निलांजना चक्रवर्ती के अनुसार, विवादित भूमि मौजा बरमसिया, खाता संख्या 52/104, प्लॉट संख्या 242/369, थाना संख्या 230 में स्थित है। इस जमीन को उनके दादाजी स्वर्गीय चंद्रकांत चक्रवर्ती ने वर्ष 1939 में नीलामी के माध्यम से विधिवत् रजिस्ट्री कर खरीदा था। तब से लेकर अब तक परिवार का इस जमीन पर निरंतर कब्जा रहा है। निलांजना वर्तमान में इसी भूमि पर बने अपने नए मकान में निवास कर रही हैं, जबकि शेष भूमि भी उनके कब्जे में है।
उन्होंने बताया कि कुछ भू-माफिया तत्व अधिकारियों को भ्रमित कर, गैरकानूनी तरीके से दाखिल-खारिज और निबंधन अपने नाम कराने की साजिश रच रहे हैं। जबकि इस जमीन को लेकर जिला न्यायालय ने 5 अगस्त 2006 को और झारखंड उच्च न्यायालय ने 19 मार्च 2025 को उनके पक्ष में आदेश पारित किया है। इसके बावजूद, भूमि का दाखिल-खारिज एवं निबंधन प्रक्रिया अवैध रूप से आगे बढ़ाई जा रही है।

निलांजना ने इस संबंध में भूमि सुधार समाहर्ता, अंचल अधिकारी, निबंधक अधिकारी एवं उपायुक्त गिरिडीह को आवेदन देकर उक्त दाखिल-खारिज को रद्द करने और निबंधन रोकने की मांग की है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि संबंधित भू-माफिया उन्हें और उनके परिवार को लगातार धमकी दे रहे हैं। उन्हें झूठे मुकदमों में फँसाने और जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है। निलांजना ने कहा,
एक अबला नारी होने के नाते मैं भयभीत हूँ और प्रशासन से अपने जान-माल की सुरक्षा की गुहार लगा रही हूँ।
उन्होंने जिला प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप कर न्याय की मांग की है ताकि उनके परिवार की पुश्तैनी संपत्ति को अवैध कब्जे से बचाया जा सके।
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मैं अभिमन्यु कुमार पिछले चार वर्षों से गिरिडीह व्यूज में बतौर “चीफ एडिटर” के रूप में कार्यरत हुं,आप मुझे नीचे दिए गए सोशल मीडिया के द्वारा संपर्क कर सकते हैं।