गिरिडीह। पेयजल संकट को लेकर नगर निगम कार्यालय में हुए हंगामे का मामला अब एफआईआर तक पहुँच गया है।नगर प्रशासक प्रशांत कुमार लायक ने मंगलवार को नगर थाना में आवेदन देकर उन प्रदर्शनकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिन्होंने तीन दिसंबर को नगर निगम गेट जाम कर सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न की थी।
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प्रशासक द्वारा दिए गए आवेदन में कहा गया है कि कुछ असामाजिक तत्वों ने बिना किसी पूर्व सूचना के अवैध रूप से निगम कार्यालय के मुख्य द्वार को जाम कर दिया, जिससे कार्यालय आने-जाने वाले आम नागरिकों और कर्मियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। आरोप है कि प्रदर्शनकारी धरना के नाम पर गुंडागर्दी जैसी हरकतें भी कर रहे थे और किसी को कार्यालय में प्रवेश नहीं करने दिया गया।

नगर निगम अधिकारियों द्वारा बार-बार समझाने के बावजूद प्रदर्शनकारी माने नहीं, जिसके कारण दिन भर सरकारी कार्य बाधित रहा। आवेदन में जिन लोगों को मुख्य रूप से जिम्मेदार बताया गया है, उनमें संदीप यादव, ऋषभ आनंद, राकेश कुमार वर्मा, निशु कुमार मंडल, राजेश कुमार वर्मा सहित अन्य अज्ञात व्यक्ति शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि भंडारीडीह वार्ड संख्या 20 के लोगों ने क्षेत्र में गंभीर पेयजल संकट को लेकर सोमवार को नगर निगम पहुंचकर जोरदार प्रदर्शन किया था। जनता जागरूकता संघ के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पुरुष, महिलाएं और बुजुर्ग हाथों में डेगची, बाल्टी और बर्तन बजाते हुए निगम कार्यालय पहुंचे थे और जल समस्या के समाधान की मांग की थी।

अब इस पूरे प्रकरण में दर्ज हुई एफआईआर के बाद मामले ने नया मोड़ ले लिया है।

मैं अभिमन्यु कुमार पिछले चार वर्षों से गिरिडीह व्यूज में बतौर “चीफ एडिटर” के रूप में कार्यरत हुं,आप मुझे नीचे दिए गए सोशल मीडिया के द्वारा संपर्क कर सकते हैं।