रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से शुक्रवार को राज्य की नवनियुक्त प्रभारी पुलिस महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक तदाशा मिश्रा ने मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में शिष्टाचार भेंट की। यह मुलाकात उनके पदभार ग्रहण करने के बाद मुख्यमंत्री से पहली औपचारिक भेंट थी।

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री और डीजीपी के बीच राज्य की विधि-व्यवस्था की स्थिति, अपराध नियंत्रण, पुलिस व्यवस्था को और अधिक सशक्त बनाने, तथा आम जनता की सुरक्षा को लेकर कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने डीजीपी मिश्रा को उनके नए दायित्वों के लिए शुभकामनाएं देते हुए राज्य में कानून-व्यवस्था को सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता के रूप में बनाए रखने के निर्देश दिए।
महिला नेतृत्व की नई मिसाल
तदाशा मिश्रा झारखंड की पहली महिला प्रभारी डीजीपी बनी हैं। उनके पदभार ग्रहण करने से राज्य पुलिस बल में महिला नेतृत्व का एक नया अध्याय शुरू हुआ है। पुलिस विभाग में उनके आगमन से नई ऊर्जा, उत्साह और आत्मविश्वास का माहौल देखा जा रहा है। मिश्रा ने पहले भी कई महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए उत्कृष्ट कार्य किया है, जिससे उनके अनुभव का लाभ अब पूरे राज्य को मिलेगा।

राज्य पुलिस को मिलेगी नई दिशा
पूर्व डीजीपी अनुराग गुप्ता के इस्तीफे के बाद राज्य सरकार ने तदाशा मिश्रा को प्रभारी डीजीपी का दायित्व सौंपा है। सूत्रों के अनुसार आने वाले दिनों में सरकार स्थायी डीजीपी की नियुक्ति को लेकर निर्णय ले सकती है। प्रशासनिक हलकों में इस परिवर्तन को एक अहम और सकारात्मक कदम माना जा रहा है, जिससे पुलिस व्यवस्था में नई दिशा और मजबूती आएगी।
मुख्यमंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, सरकार राज्य में अपराध पर प्रभावी नियंत्रण, पुलिस-जनसहयोग को बढ़ावा देने और आधुनिक तकनीक के माध्यम से पुलिसिंग को और अधिक पारदर्शी एवं जवाबदेह बनाने की दिशा में काम कर रही है।
तदाशा मिश्रा के नेतृत्व में झारखंड पुलिस से यह उम्मीद की जा रही है कि राज्य की कानून-व्यवस्था को और अधिक मजबूत किया जाएगा तथा महिलाओं और वंचित वर्गों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।

मैं अभिमन्यु कुमार पिछले चार वर्षों से गिरिडीह व्यूज में बतौर “चीफ एडिटर” के रूप में कार्यरत हुं,आप मुझे नीचे दिए गए सोशल मीडिया के द्वारा संपर्क कर सकते हैं।