गिरिडीह: झंडा मैदान में मंगलवार को किसान जनता पार्टी ने झारखंड सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष अवधेश कुमार सिंह ने हेमंत सरकार पर वादाखिलाफी, दमनकारी नीति और अराजकता का आरोप लगाते हुए कहा कि झारखंड की जनता को इंडी गठबंधन सरकार से काफी उम्मीदें थीं। सरकार ने वादा किया था कि 11 दिसंबर को महिलाओं के खाते में मंइया सम्मान योजना के तहत ₹2500 भेजे जाएंगे और किसानों से ₹3200 प्रति क्विंटल की दर से धान की खरीद होगी। लेकिन सरकार ने इन वादों पर अमल करने के बजाय किसानों और महिलाओं के साथ विश्वासघात किया।
उन्होंने सीजीएल परीक्षा में धांधली का विरोध कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज की निंदा करते हुए कहा कि यह सरकार अब संविधान द्वारा प्रदत्त धरना-प्रदर्शन के अधिकार को कुचलने का प्रयास कर रही है।
धरने में किसान जनता पार्टी के महासचिव भागीरथ राय ने कहा कि सरकार जाति और धर्म के समीकरण का लाभ उठाकर जनता को मानसिक रूप से गुलाम बनाना चाहती है। उन्होंने कहा, “अब वोट से बेहतर सरकार की उम्मीद छोड़कर, धोखेबाज और दमनकारी सरकार से टकराने की जरूरत है।”
पार्टी के कार्यालय सचिव विजय कुमार ने किसानों से अपील की कि वे अपनी जमीन से जुड़े रजिस्टर-2 की सत्यापित प्रति निकालकर सुरक्षित रखें। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार जमीन को सरकारी घोषित कर बड़ी कंपनियों को बेचने की साजिश रच रही है।
धरने में पार्टी के दिशोम गुरु दासो मुर्मू, उपाध्यक्ष कुदरत अली, कार्यकारी अध्यक्ष जोगेश्वर ठाकुर, हदीश अंसारी, बेंगाबाद अंचल अध्यक्ष नबी अंसारी, तिसरी अंचल अध्यक्ष नीलम कुमारी, गिरिडीह अंचल अध्यक्ष मुकेश राय, संस्थापक सदस्य एलिजाबेथ मुर्मू समेत कई नेताओं